क्वाड सम्मलेन से पहले PM मोदी से मिले बाइडेन, कहा- भारत को वीटो पावर मिले, इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा
NEW DELHI NEWS. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्वाड सम्मेलन में शामिल होने अमेरिका पहुंच गए हैं। तीन दिवसीय अमेरिका की यात्रा में पहुंचे पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ अहम बैठक की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र समेत वैश्विक व क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। शनिवार को डेलावेयर के ग्रीनविले स्थित अपने आवास पर बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। जहां दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गले लगाया। जो बाइडन ने पीएम मोदी का हाथ थामा और उन्हें घर ले गए। जहां दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय वार्ता की।
जानकरी के अनुसार एक घंटे से अधिक समय तक चली द्विपक्षीय वार्ता के बाद जो बाइडन ने एक्स पर पोस्ट किया कि, “भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी इतिहास में किसी भी समय की तुलना में अधिक मजबूत, घनिष्ठ और गतिशील है। जब भी हम मिलते हैं तो मैं सहयोग के नए क्षेत्रों को खोजने की हमारी क्षमता से प्रभावित होता हूं। आज भी कुछ अलग नहीं था। पीएम मोदी के साथ मुलाकात के दौरान बाइडेन ने वैश्विक संस्थानों में सुधार की वकालत की।
इस दौरान बाइडेन ने कहा कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता यानी वीटो पावर मिले। अमेरिका इसका खुला समर्थन करता है। इस मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया पर लिखा कि चर्चा आपसी हितों के क्षेत्रों में भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत करने पर केंद्रित थी। दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साथ-साथ वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि क्वाड शिखर सम्मेलन के इतर दोनों नेताओं ने आपसी हित के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पोलैंड और यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्राओं की सराहना की। बता दें कि दशकों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा थी।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-अमेरिका साझेदारी को गति देने में राष्ट्रपति बिडेन के अद्वितीय योगदान के लिए उनकी सराहना भी की। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि मैं ग्रीनविले, डेलावेयर में अपने आवास पर मेरी मेजबानी करने के लिए राष्ट्रपति बाइडन को धन्यवाद देता हूं। हमारी बातचीत बेहद फलदायी रही। बैठक के दौरान हमें क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिला।