अमित शाह के हेलीकॉप्टर रोकने पर बोलीं ममता, वो स्वाइन फ्लू लेकर आ रहे थे
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच सियासी घमासान जारी है. सीबीआई मामले को लेकर धरने पर बैठी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह का नाम लिए बगैर बड़ा हमला किया है. ममता ने कहा, ‘ स्वाइन फ्लू है इसके बावजूद हमने आपको पश्चिम बंगाल आने दिया. जबकि ये एक फैलने वाली बीमारी है.’
बता दें कि पिछले दिनों बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को स्वाइन फ्लू हुआ था, जिसके बाद वो दिल्ली के एम्स में भर्ती हुए थे. इसके बाद वो पश्चिम बंगाल के मालदा में रैली को संबोधित करने पहुंचे थे. शाह के बंगाल दौरे को लेकर टीएमसी और बीजेपी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई थी. ममता सरकार ने अमित शाह के हेलीकाप्टर को उतरने की अनुमित नहीं दी थी. हालांकि बाद में राजनीति तेज होने के बाद इजाजत दे दी गई थी. इसके बाद अमित शाह ने रैली को संबोधित किया था.
बंगाल सरकरा ने उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हेलीकाप्टर को भी राज्य में उतरने की अनुमित नहीं दी. इसके बाद योगी ने रविवार को मोबाइल के जरिए रैली को संबोधित किया था. इस कड़ी में योगी मंगलवार को फिर राज्य के दौरे पर हैं. इस बार उन्होंने अपने हेलीकाप्टर को झारखंड में लैंडिंग कराकर कार के जरिए बंगाल में रैली को संबोधित करने की योजना बनाई है.
हालांकि, ममता बनर्जी विपक्ष की ओर से पहली नेता नहीं हैं, जिन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर स्वाइन फ्लू को लेकर हमला किया हो. इससे पहले कांग्रेस के महासचिव और राज्यसभा सांसद बीके हरिप्रसाद ने विवादित बयान दिया था.
उन्होंने कहा था कि कर्नाटक में हमारे विधायकों के वापस आने से अमित शाह डर गए और उनको बुखार हो गया. उनको कोई आम बुखार नहीं हुआ है. उनको स्वाइन फ्लू (Pig Fever) हुआ है. हरिप्रसाद यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि शाह अगर वह कर्नाटक की सरकार को गिराने की कोशिश करेंगे तो वह यह जान जाएं कि उनको सिर्फ स्वाइन फ्लू नहीं बल्कि उल्टी और लूज मोशन भी होगा.
कांग्रेस नेता के इस टिप्पणी पर बीजेपी ने भी पलटवार किया था. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने हरिप्रसाद पर हमला करते हुए कहा था कि जिस तरह का गंदा और बेहूदा बयान कांग्रेस के सांसद बीके हरिप्रसाद ने अमित शाह के स्वास्थ्य के लिए दिया है
यह कांग्रेस के स्तर को दर्शाता है. अमित शाह फ्लू का उपचार करा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के नेताओं की मानसिक बीमारी का उपचार मुश्किल है.