सीमित ओवरों के भारत के सबसे सफल क्रिकेटरों में से एक युवराज सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. आईसीसी से स्वीकृत विदेशी टी-20 लीग में फ्रीलांस क्रिकेटर के तौर पर खेल सकते हैं. पंजाब का बाएं हाथ का यह बल्लेबाज बीसीसीआई से स्वीकृति मिलने के बाद ही अंतिम फैसला करेगा. माना जा रहा है कि युवराज ने स्वीकार कर लिया है कि अब उनके भारत की ओर से खेलने की संभावना नहीं है.
इस मामले की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘युवराज सिंह अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास के बारे में सोच रहे हैं. उनके बीसीसीआई से बात करने और जीटी-20 (कनाडा), आयरलैंड में यूरो टी-20 स्लैम और हॉलैंड में खेलने पर अधिक स्पष्टता मांगने की उम्मीद है क्योंकि उसके पास पेशकश हैं.’
इरफान पठान ने हाल में कैरेबियाई प्रीमियर लीग के ड्राफ्ट में अपना नाम दिया था, लेकिन वह अब भी सक्रिय प्रथम श्रेणी खिलाड़ी हैं और उन्होंने बीसीसीआई से स्वीकृति नहीं ली. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया, ‘इरफान को ड्राफ्ट से नाम वापस लेने को कहा गया. जहां तक युवराज का सवाल है तो हमें नियम देखने होंगे. अगर वह प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले भी लेता है तो भी बीसीसीआई के अंतर्गत पंजीकृत सक्रिय टी-20 खिलाड़ी हो सकता है.’
युवराज इस साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेले लेकिन उन्हें अधिक मौके नहीं मिले और संभवत: यही कारण है कि वह अपनी भविष्य की योजनाओं पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं. इस बीच कुछ लोगों का मानना है कि अगर जहीर खान और वीरेंद्र सहवाग दुबई में टी-10 लीग का हिस्सा हो सकते हैं तो फिर युवराज को स्वीकृति क्यों नहीं मिल सकती.
बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, ‘टी-10 को भले ही आईसीसी से स्वीकृति मिली हो लेकिन अब भी यह स्वीकार्य प्रारूप नहीं है. लेकिन आगे बढ़ते हुए जब भी खिलाड़ियों का संघ आकार लेगा तब संन्यास ले चुके खिलाड़ियों का मामला विचार के लिए आ सकता है.’ वह हालांकि सैद्धांतिक रूप से सहमत हैं कि संन्यास ले चुके खिलाड़ियों को पेशकश मिलने पर बिग बैश, सीपीएल या बीपीएल में खेलने की स्वीकृति मिलनी चाहिए.