नई दिल्ली। कर्नाटक के बेलगावी के गोकक तालुके में एक किसान ने अपनी 6 हजार मुर्गियों को जिंदा जमीन में दफ्न कर दिया। इसके पीछे कोरोना वॉयरस (Corona Virus) से चिकन (Chickens) बाजार में आई मंदी बताई जा रही है। उसने जेसीबी (JCB) से गड्ढा खुदवाया और उसमें ट्रैक्टर की ट्राली पर लोडकर लाई मुर्गियों को सीधे गड्ढे में गिराया और इसके बाद उस गड्ढे को पाट दिया। किसान का नाम नज़ीर मकंदर निवासी लोलासूरा गांव बताया जा रहा है।
क्या था पूरा मामला
कर्नाटक के बेलगावी के गोकक तालुके के लोलासूरा गांव के रहने वाले नज़ीर मकंदर का अपना मुर्गी फॉर्म है। जहां उन्होंने ढेरों मुर्गियां पाल रखी हैं। कोरोना वॉयरस के हमले की खबर का असर उद्योंगों के साथ ही साथ मुर्गी व्यवसाय पर भी पड़ा। पहले जो मुर्गियां 2 सौ रुपए किलोग्राम की दर से बिका करती थीं। आज उनको 40 रुपए में खरीदने को कोई तैयार नहीं है। ऐसे में मुर्गी पालक किसानों को काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है। ऐसे में नुकसान को कम करने के लिहाज से नज़ीर ने अपनी मुर्गियों को दफ्न कर दिया।
चिकन का संबंध कोरोना से नहीं
कई एक्सपर्ट डॉक्टर्स (Doctors,) का कहना है कि चिकन का संबंध कोरोना से नहीं है। बशर्ते इसको कायदे से देर तक पकाया जाए। इससे उलट लोगों में अफवाह फैला दी गई कि चिकन खाने से कोरोना होता हैं। बस फिर क्या था बाजारों में चिकन की दुकाने बंद हो गईं। शाम हो एगरोल और आमलेट व चाओमीन बेंचने वाले भी नदारद हो चले। ऐसे में मुर्गी फॉर्म को और ज्यादा नुकसान न हो इससे बचने के लिए नज़ीर ने 6 हजार मुर्गियां जिंदा गाड़ दी।