
रायपुर। राजधानी में SC-ST युवकों के द्वारा नग्न प्रदर्शन को लेकर छत्तीसगढ़ विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। सदन में हंगामा, नारेबाजी और शोर शराबे की वजह से सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। शून्य काल के माध्यम से बीजेपी समेत समूचे विपक्ष ने मामला उठाते हुए पूरी घटना को सरकार के लिए शर्मनाक करार दिया।
बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने उठाते हुए कहा कि नग्न प्रदर्शन प्रदेश और देश को कलंकित करने वाला है। उन्होंने कहा कि युवाओं के नग्न प्रदर्शन से छत्तीसगढ़ शर्मसार हुआ है और इसके जिम्मेदार राज्य की असंवेदनशील सरकार है। हालंकि विपक्ष के आरोपों का प्रतिकार करते हुए नगरीय प्रशासन
मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि नग्न प्रदर्शन भाजपा के पूर्व कार्यकाल की देन हैं क्योंकि पिछली सरकार में ही फर्जी जाति प्रमाण पत्र के माध्यम से नौकरी लगी थी।मंत्री के जवाब के विपक्ष ने सदन में हंगामा करते हुए कहा कि यदि पिछली सरकार में गड़बड़ी हुई थी तो मौजूदा सरकार को कार्रवाई करने से किसने रोका है।
भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार को निरंकुश करार देते हुए जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने की मांग की। विधायक केशव चंद्रा ने कहा कि एक साधु अगर नंगा होकर आता है तो पूजा की जाती है लेकिन एक युवा अपने हक की बात करने आता है तो उस पर कार्रवाई होती है। सरकार उन्हें जेल भेजती है। यह शर्मनाक है। विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि प्रदर्शन करने वाले युवाओं को तुरंत रिहा किया जाए और हाई पावर कमिटी से इस मामले की जांच करवाया जाए। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि ये सोचने की बात है की ये मर्यादा क्यों लांघी गई। एक उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर दोषी पर कार्यवाही होनी चाहिए।
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सतनामी समाज और आदिवासी समाज इसके लिए इसके लिए सरकार को कभी माफ नहीं करेगा। इस बीच विपक्षी सदस्य इस मुद्दे को लेकर शोर-शराबा करने लगे तो सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।