
छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज अगले कुछ दिनों तक बदला हुआ रहेगा। बस्तर संभाग के जिलों में अगले 5 दिनों तक तेज हवाओं के साथ गरज-चमक और बारिश की संभावना है। कुछ इलाकों में ओले गिरने की भी चेतावनी दी गई है। वहीं, उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ में अगले 24 घंटों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग में अगले 4 दिनों में अधिकतम तापमान 2-3 डिग्री तक बढ़ सकता है।
बारिश और ठंडी हवाओं का कारण: वेस्टर्न डिस्टरबेंस
मौसम विभाग के मुताबिक, मौसम में यह बदलाव वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) और एक ट्रफ लाइन की वजह से आया है, जो दक्षिण-पश्चिम राजस्थान से होते हुए उत्तरी बांग्लादेश तक फैली हुई है। इसका असर छत्तीसगढ़ पर खासतौर पर बस्तर संभाग में दिखेगा, जहां हल्की से मध्यम बारिश, 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस क्या है?
वेस्टर्न डिस्टरबेंस भूमध्यसागर और कैस्पियन सागर से उत्पन्न होने वाली ठंडी हवाएं होती हैं, जो नमी लेकर आती हैं और भारत के उत्तर-पश्चिम हिस्सों में बारिश और ठंडक लाती हैं। ये हवाएं अफगानिस्तान और पाकिस्तान से होकर भारत पहुंचती हैं।
रायपुर में धूप-छांव, बारिश के आसार
राजधानी रायपुर में मंगलवार को अधिकतम तापमान 38.6°C दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.5 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 24.7°C रहा। बुधवार को भी मौसम धूप-छांव वाला रहने की संभावना है, गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
बिलासपुर में तापमान सामान्य से 5.5 डिग्री कम
बिलासपुर में मंगलवार को अधिकतम तापमान 37.4°C रहा, जो सामान्य से 5.5 डिग्री कम था। न्यूनतम तापमान 23.4°C रिकॉर्ड किया गया।
सरगुजा संभाग में भी ठंडक
सरगुजा संभाग में कुछ जिलों में आंधी और बारिश के आसार हैं। अंबिकापुर में अधिकतम तापमान 34.8°C और न्यूनतम तापमान 19.9°C रहा, दोनों ही सामान्य से करीब 5 डिग्री कम रहे।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में भी गिरा तापमान
यहां अधिकतम तापमान 36.1°C और न्यूनतम 20°C दर्ज किया गया, जो औसत से करीब 4.7 डिग्री कम है।
छत्तीसगढ़ में पिछले 10-12 दिनों से तापमान सामान्य से 6-7 डिग्री तक नीचे चल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, यह ट्रेंड कुछ और दिनों तक जारी रह सकता है।