
रायपुर। “पंडित गुणवंत माधवलाल व्यास स्मृति संस्थान” की 71वीं संगीत सभा में आज 5 दिसंबर 2021,रविवार को प्रातः 10 बजे से फेसबुक पर रायपुर,छत्तीसगढ़ के युवा गायक वसु गंधर्व ने शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी।
पद्मभूषण पंडित अजय चक्रवर्ती एवं कश्यप बंधु के सुयोग्य शिष्य वसु गंधर्व ने गायन की प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता आनंद बहादुर से प्राप्त की।वसु ने अपने गायन कार्यक्रम की शुरुआत राग-भीमपलासी, ताल-विलंबित एकताल में निबद्ध बड़े ख्याल की बंदिश-अब तो बड़ी बेर भई, टेरत हूँ, करम करो मोरे साईं से की।
इसके बाद उन्होंने क्रमशः मध्यलय तीनताल में निबद्ध बंदिश-जावां हूँ देसा, अब घरमां उभरायो री अरे ओ मनवा रे और द्रुत तीनताल में-गरवा हरवा डारूँगी मां जो पिया आवे अंगरवा की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम के समापन में वसु ने प्रसिद्द ठुमरी-कोयलिया कुक सुनाए, सखी री मोहे बिरहा सतावे,गाकर श्रोताओं को मुग्ध कर दिया।इस कार्यक्रम को संस्था के-गुनरस पिया संगीत सभा ग्रुप से श्रोताओं के लिए फेसबुक पर लाईव किया गया। श्रोताओं ने खूब लाईक किया और उनके कार्यक्रम में लगातार दाद दी। गुनरस पिया की सभा में अब तक देश-विदेश के गुणी कलाकारों ने गायन, तबला-वादन, सितार-सरोद-सारंगी-संतूर वादन की प्रस्तुतियां दीं हैं।
युवा एवं नवोदित कलाकारों को रविवासरीय संगीत सभा के माध्यम से जन जन तक पहुचाने का कार्य संस्था द्वारा अनवरत जारी है।गुनरस पिया फाउंडेशन द्वारा कोरोना काल में देश-विदेश के कलाकारों को फेसबुक के माध्यम से कार्यक्रम प्रस्तुति हेतु अवसर दिया जा रहा है।गुनरस पिया फाउंडेशन शास्त्रीय संगीत के संरक्षण एवं प्रचार प्रसार हेतु लगातार कार्य कर रहा है।कार्यक्रम के संयोजक दीपक व्यास ने यह जानकारी दी।