अलीबाबा चीन की पहली ऐसी कंपनी है जो उइगर पहचानने की तकनीक बेच रही है।
अलीबाबा चीन की पहली ऐसी कंपनी है जो उइगर पहचानने की तकनीक बेच रही है। पिछले हफ्ते चीन की प्रमुख टेक कंपनी हुआवे ने भी ऐसे सॉफ्टवेयर को परीक्षण शुरू किया जो उइगर का चेहरा भीड़ में नजर आने पर पुलिस को अलर्ट करता है।

चीन मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर लगातार नजर रखकर उन्हें सता रहा है। इस अनैतिक काम में बाकी लोग सरकार की मदद करें, यह चीन की सबसे बड़ी टेक कंपनी अलीबाबा विज्ञापन के जरिए बता रही है।
अलीबाबा के बनाए सॉफ्टवेयर भीड़ की तस्वीर या वीडियो में मौजूद किसी उइगर व अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों को आसानी से पहचान सकते हैं। अपने क्लाउड कंप्यूटिंग कारोबार के लिए बनी वेबसाइट पर उसने यह प्रचार किया है।
सर्विलांस इंडस्ट्री पब्लिकेशन की पड़ताल के मुताबिक, इस साफ्टवेयर को आतंकियों, पोर्नोग्राफी व अन्य प्रतिबंधित चीजों की तलाश के लिए बनाया जा रहा था, लेकिन प्रचार के लिए उइगर को इन्हीं प्रतिबंधित तबकों की तरह दर्शाया गया।
अलीबाबा ने इसके साथ ही कहा कि लोग सरकार को इनकी पहचान व निगरानी में मदद कर सकते हैं। चीनी सरकार ने करीब 10 लाख उइगर को बंदी बनाकर रखा हुआ है। हजारों लोगों को इस्लाम का पालन करने से रोकने के लिए कैंप में रखकर मनोवैज्ञानिक और शारीरिक यातनाएं दी जाती हैं।
सवाल उठे तो हटाया कंटेट
अलीबाबा ने विवादित सामग्री को लेकर सवाल उठने पर वेबसाइट से यह कंटेट हटा दिया। बयान में कहा कि उइगर व अल्पसंख्यकों का उल्लेख तकनीक को समझाने के लिए किया गया। हालांकि यह नहीं बताया कि अल्पसंख्यकों को भीड़ में अलग से पहचानने वाली तकनीक लोगों के बीच क्यों पहुंचनी चाहिए?
बता दें, अलीबाबा को अमेजन की एकमात्र प्रतियोगी कंपनी माना जाता है। इसके शेयर न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज भी सूचीबद्ध हैं
अलीबाबा चीन की पहली ऐसी कंपनी है जो उइगर पहचानने की तकनीक बेच रही है। पिछले हफ्ते चीन की प्रमुख टेक कंपनी हुआवे ने भी ऐसे सॉफ्टवेयर को परीक्षण शुरू किया जो उइगर का चेहरा भीड़ में नजर आने पर पुलिस को अलर्ट करता है।