
मंगलवार को एक बार फिर से विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई है. विश्वास मत पर चर्चा के दौरान राज्य के ऊर्जा मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि हमें अपनी विचारधारा पर टिके रहना चाहिए. जनादेश नरेंद्र मोदी को मिला था बीएस येदियुरप्पा को नहीं.
डीके शिवकुमार ने कहा, ‘मुझे बागी विधायकों ने बताया कि उन्हें मंत्री पद दिये जायेंगे. मैंने उनसे कहा कि उन्हें गुमराह किया जा रहा है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘येदियुरप्पा के हौसले की दाद देनी होगी. इन्होंने ऑपेरशन कमल को सफल करने की ये 7वीं कोशिश की है.’
विश्वास मत प्रस्ताव पर तीन दिन की बहस के बाद भी सोमवार को वोटिंग नहीं हो सकी. सोमवार को देर रात तक विधानसभा की कार्यवाही चलती रही.
बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया
आखिरकार स्पीकर केआर रमेश कुमार ने मंगलवार सुबह तक के लिए सदन को स्थगित करते हुए बहुमत परीक्षण की नई डेडलाइन तय की है. इस बीच स्पीकर ने कहा कि मंगलवार शाम छह बजे तक बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
उधर, 13 बागी विधायकों ने स्पीकर रमेश कुमार को पत्र लिखकर सदन में उनके समक्ष उपस्थित होने के लिए 4 सप्ताह का समय मांग लिया है.
बीजेपी और जेडीएस-कांग्रेस विधायकों के हंगामे के बीच पूर्व सीएम और कांग्रेस के नेता सिद्धारमैया ने सदन में कहा, ‘मंगलवार को हमारे कुछ सदस्यों के संबोधन के बाद हम बहुमत परीक्षण की प्रक्रिया को पूरा कर लेंगे. शाम चार बजे तक चर्चा पूरी हो जाएगी और शाम छह बजे तक विश्वास प्रस्ताव पर बहुमत परीक्षण संपन्न हो जाएगा.’
इसके बाद देर रात 11 बजकर 45 मिनट पर कर्नाटक विधानसभा की कार्यवाही को मंगलवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
बीजेपी विधायकों
उधर विश्वास मत प्रस्ताव पर वोटिंग में हो रही देरी को लेकर बीजेपी विधायकों ने सदन में हंगामा किया.
कार्यवाही स्थगित करने से पहले स्पीकर रमेश कुमार ने सरकार को बार-बार यह याद दिलाया कि उसे विश्वास मत प्रक्रिया को सोमवार तक संपन्न कराए जाने के खुद किए गए वादे का सम्मान करना चाहिए. हालांकि स्पीकर की नसीहत के बीच कांग्रेस विधायकों ने कार्यवाही खत्म होने से पहले जमकर हंगामा मचाया. जब सदन को स्थगित किया गया, उस वक्त डेप्युटी चीफ मिनिस्टर जी परमेश्वर सदन में मौजूद नहीं थे. सिद्धारमैया ने स्पीकर से कहा, ‘100 प्रतिशत.कल (मंगलवार को) वोटिंग हो सकती है.’
विश्वास मत प्रस्ताव पर लंबी प्रक्रिया से नाराज स्पीकर रमेश कुमार ने कहा कि मंगलवार को शाम चार बजे तक चर्चा संपन्न हो जाएगी और शाम छह बजे तक वोटिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. इससे पहले स्पीकर ने सदन में कहा, ‘मुझे इतना मजबूर मत करिए कि मैं बिना आपसे पूछे ही कोई फैसला ले लूं. इसके नतीजे खतरनाक हो सकते हैं.’
सदन में कांग्रेस के नेता डीके शिवकुमार ने कहा, ‘स्पीकर ने बागी विधायकों को नोटिस दिया है, उन्हें मंगलवार सुबह 11 बजे तक का समय दिया गया है. बीजेपी उन्हें समझाने की कोशिश कर रही है कि उन्हें अयोग्य नहीं ठहराया जाएगा और उन्हें मंत्री बनाया जाएगा. भारत के संविधान के अनुसार, अयोग्य घोषित किए जाने के बाद आपको सदस्य नहीं बनाया जा सकता.’ शिवकुमार ने कहा कि अगर विधायक स्पीकर के सामने हाजिर नहीं हुए तो उन्हें अयोग्य ठहराया जाएगा.