
बालोद- छत्तीसगढ़ के बालोद जिला में खेल व खिलाड़ी सुविधा के अभाव में पंगु हो गया है। वहीं विभाग के पास खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने तक के लिए पर्याप्त कोच नहीं है। जिसके चलते खिलाड़ी सही प्रशिक्षत नहीं हो पा रहे है. जिले में कई प्रशिक्षक निस्वार्थ भावना से मुफ्त में प्रशिक्षण दे रहा है.
उनमें से एक करहीबदर निवासी तोरण सिन्हा जो आसपास के गांवो के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रहे है। छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण योजना खेल गढ़िया जो भूपेश बघेल का बच्चों के लिए सौगात है. परंतु जिला प्रशासन बलोद और खेल विभाग के नाकामी की वजह से गर्त में चला गया है.
निशुल्क प्रशिक्षण देकर तोरण बच्चो को खेल में बेहतर बना रहे हैं. जहाँ 10 गाव के बच्चे प्रैक्टिस करने आते है.प्रशिक्षक तोरण का कहना है कि अगर जिला प्रशासन उसमे कुछ सहयोग करे तो बच्चो को बेहतर भविष्य मिल सकता है.
इनका जीता जागता उदाहरण कन्नेवाड़ा स्कूल के खेल सामानों का उपयोग शिक्षक अपने घर में रख कर कर रहे हैं।वैसे भी शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है कुछ दिन पहले जिला शिक्षा अधिकारी रिश्वत के मामले में सस्पेंड हुआ था तो वहीं एक अधिकारी रिश्वत नहीं मिलने पर शासन को मध्यान भोजन की राशि लौटा दिया है।