
बिलासपुर : जिले के सीपत क्षेत्र स्थित खम्हरिया विद्युत उपकेंद्र में कार्यरत एक ठेका कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई। मृतक की पहचान मुंशीराम कांगो (54 वर्ष) के रूप में हुई है, जो पिछले 15 वर्षों से फ्यूज कॉल हेल्पर के तौर पर कार्य कर रहा था।
घटना 25 जून दोपहर 3 बजे की है जब शरद दुबे नामक व्यक्ति मुंशीराम को अपने प्लॉट में बिजली कनेक्शन जोड़ने के लिए लूथरा दादी अम्मा तालाब के पास ले गया था। थ्री फेज कनेक्शन जोड़ते समय मुंशीराम को तेज करंट लग गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
बिना अनुमति कराया गया कार्य
जानकारी के अनुसार, हादसे के समय ड्यूटी पर ऑपरेटर किशोर गांगुली उपकेंद्र में मौजूद था, लेकिन शरद दुबे ने उससे कोई अनुमति नहीं ली। कर्मचारियों का आरोप है कि शरद दुबे अक्सर बिना किसी आधिकारिक सूचना के मुंशीराम से बिजली के काम करवा लिया करता था।
परिजनों और कर्मचारियों ने मुआवजे और नियुक्ति की मांग की
मृतक के परिजनों ने मुआवजे की मांग की है। वहीं, कर्मचारियों का कहना है कि पिछले एक महीने से खम्हरिया सब स्टेशन के लिए नियमित कर्मचारी नियुक्त करने की मांग की जा रही थी। इसके बावजूद सीपत बिजली कार्यालय के प्रभारी अधिकारी रंजना देवांगन और प्रमोद चौबे की ओर से कोई नियुक्ति नहीं की गई।
कर्मचारियों ने बताया कि मुंशीराम को अक्सर आधी रात में भी बिजली सुधार के लिए बुला लिया जाता था, जिससे उसकी कार्य स्थितियों की गंभीरता सामने आती है।
जांच की मांग
अब इस मामले को लेकर ठेका कर्मचारियों में आक्रोश है और वे शासन से न्याय व दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।