बिहार। नवादा जिले के नगर थाना क्षेत्र में चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जहां तैनात पांच पुलिस अफसरों को अचानक थाने का निरीक्षण करने पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव मंगला ने थाना लॉकअप में बंद कर दिया। इस घटना के सामने आने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मची हुई है। इस मामले में बवाल बढ़ने और पुलिस एसोसिएशन की एंट्री होने के बाद अब सरकार बीच में आ गई है। सरकार ने इस मामले में हिदायती पत्र जारी किया है।
दरअसल, मामला 8 सितंबर की रात का है। नवादा के थाने में एसपी डॉ. गौरव मंगला निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे। लापरवाही पाए जाने पर एसपी खफा हो गए और 5 पुलिसवालों को 1 घंटे तक लॉकअप में बंद कर दिया। बिहार पुलिस एसोसिएशन भी इस मामले में कूद पड़ा है। एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग की है और पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव मंगला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा कर कानूनी कार्रवाई करने की गुजारिश की है।
ये नवादा के एक थाने का फ़ुटेज हैं जहां वरीय अधिकारी ने थाने के सिपाही और इन्स्पेक्टर समेत पाँच लोगों को हाजत में बंद कर दिया जिसकी काफ़ी तीखी प्रतिक्रिया हुईं@ndtvindia @ndtv pic.twitter.com/zTAqSYiwwt
— manish (@manishndtv) September 10, 2022
मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा कि घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आ चुका है, जिसके आधार पर एसपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटना बिहार में पहली बार हुई है। इस घटना पर बवाल बढ़ने के बाद बिहार सरकार की तरफ से हिदायत जारी की गई। मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने सभी उच्च पदाधिकारियों को अपने नीचे काम करने वाले कर्मियों के साथ अच्छा व्यवहार करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि इस घटना को सरकार ने गंभीरता से लिया है।
पत्र में आमिर सुबहानी ने कहा है कि सरकार के संज्ञान में ऐसी बातें आ रही है कि कई कार्यालयों में उच्च पदाधिकारी अपने नीचे काम करने वाले कर्मियों के साथ अमर्यादित व्यवहार और असंसदीय भाषा का प्रयोग कर रहे हैं और साथ ही बिना वजह उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और बात-बात पर अनावश्यक और बिना कारण के निलंबन और विभागीय कार्रवाई की जा रही है। आमिर सुबहानी ने पत्र में सभी उच्च पदाधिकारियों को कहा है कि वह अपना आचरण और व्यवहार मर्यादित रखें।