
अंबिकापुर। पिछले 48 घंटे से लापता व्यवसायी (businessman ) सुनील अग्रवाल और उसके चचेरे भाई सौरभ अग्रवाल की हत्या इनके एक रिश्तेदार ( Relative) ने ही की थी । रविवार को यह खुलासा सरगुजा के आईजी (Sarguja IG ) रतनलाल डांगी ने किया । उन्होंने बताया कि इनमें से एक की गोली मारकर (Shoot dead) और दूसरे की धारदार हथियार (sharp weapon ) से हत्या की गई थी । इनकी लाश (dead body) को भी उसी फ्लैट (flat) में गाड़ दिया गया था। दोनों व्यापारियों की इनोवा कार आकाशवाणी चौक के पास लावारिस हालत में पुलिस ने बरामद की ।ऐसा इसलिए किया गया था ताकि पुलिस (police) को धोखा दिया जा सके ।
क्या है पूरा मामला
इस घटना का सबसे दुखद पहलू यह है कि इन दोनों व्यापारियों की हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि इनका खुद का एक रिश्तेदार बताया जा रहा है ।मामला पैसों के लेनदेन का है । कुछ समय पहले सुनील अग्रवाल और सौरभ अग्रवाल में अपने एक रिश्तेदार को अपने मकान से बामुश्किलन है 30 गज की दूरी पर की एक एक फ्लैट ( flat) खरीद कर दिया। इसके बाद इन लोगों का उसके घर आना जाना लगा रहा।
कैश को लेकर बढ़ी दुश्मनी
इस दरमियान दोनों के बीच पैसों ( cash) को लेकर मतभेद पैदा हुआ । जो लगातार बढ़ता गया ।
रिश्तेदार ने तैयार किया फुल प्रूफ प्लान
एक ओर यह लोग अपने रिश्तेदार पर पैसे की वसूली का दबाव बनाते रहे । तो वहीं उनके रिश्तेदार ने भी इन दोनों को ठिकाने लगाने के लिए फुलप्रूफ प्लान तैयार कर लिया । उसने मकान के अंदर ही उनकी लाशों को तक ठिकाने लगाने के लिए गड्ढा खोद कर रख लिया। यह सारी तैयारी उसने 5 अप्रैल को ही कर ली थी ।इसके बाद 10 अप्रैल को उन्होंने इन दोनों को बुलाया ।घर के अंदर भोजन कराया और जमकर शराब पिलाई । इसके बाद वारदात को अंजाम दिया और लाश को घर के अंदर ही दफन कर दिया गया ।
पोस्टमार्टम के बाद सामने आएगा कारण
सरगुजा आईजी रतनलाल डांगी ने बताया कि उन्हें रात को ही इस मामले की सूचना मिल गई थी । इसके बाद तत्काल पुलिस की टीम को हराना किया गया । उसने जाकर मौका ए वारदात से दोनों ही लाशों को बरामद किया। जिन का पंचनामा करवा कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है । आईजी डांगी का करना है की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद हत्या के कारणों का खुलासा हो सकेगा।