
रायपुर। जन्मजात कटे-फटे होठों और अन्य विकृतियों से जूझ रहे बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना वरदान सिद्ध हो रही है। जिले में इस योजना के तहत कई बच्चों की न केवल विकृति दूर हुई है बल्कि आत्मविश्वास बढ़ने से उनमें अच्छे भविष्य की आश जगी है।
जिले के बाल विकास परियोजना, मंदिरहसौद के सेक्टर नवांगावं अन्तर्गत ग्राम सिवनी की बालिका कु. लीला ध्रुव का जन्म 01 मार्च 2020 को हुआ इस बालिका की जन्मजात विकृत (कटे-फटे होंठ एवं तालू) थी। लीला की माँ मीना धु्रव कहती है कि इस सर्जरी के बाद अपने बच्चे का चेहरा सामान्य देखकर अब मेरी जिंदगी ही बदल गई है। पहले बच्चे के चेहरे की विकृति और उस पर लोगों के ताने और ऑपरेशन के लिए राशि का न होना बेहद दुःखद था।
पर्यवेक्षक ममता गायकवाड़ ने कार्यकर्ता श्रीमती निर्मला मालवीय के माध्यम से लीला के घर जाकर उनके पिता श्री यशवंत ध्रुव एवं माता मीना धु्रव को बाल संदर्भ योजना एवं मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के बारे में बताया। माता-पिता को बच्चे के साथ जिला चिकित्सालय लेकर आए। बच्ची का वजन बहुत कम था जिसके कारण उनका ऑपरेशन नहीं हो पाया। तब बालिका को पोषण पुनर्वास केन्द्र में 15 दिवस तक रखा गया बालिका गंभीर से मध्यम की श्रेणी में आ गई। मुख्यमंत्री सुपोषण योजना से बालिका मध्यम से सामान्य की श्रेणी में आ गई। महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया के द्वारा उनके चिकित्सा निधि कोष से 5 हजार रूपये का सहयोग प्रदान किया गया।
ग्राम सिवनी के ही दीपक पाल जो कि मेडिशाईन अस्पताल में कार्यरत है, उन तक भी यह बात पहुंची। उन्होंने कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षक से सम्पर्क कर उन्हें मेडिशाईन हास्पिटल के लिए रवाना किया। यहां लीला के कटे-फटे होंठ एवं तालू की निःशुल्क सर्जरी कराई गई। इसके साथ उनके आने जाने रहने खाने पीने और दवा का खर्च भी संस्थान ने ही उठाया है। लीला का सफल ऑपरेशन हुआ और अब वह पूरी तरह स्वस्थ्य है।