सियोल: दक्षिण कोरिया की यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां राष्ट्रीय समाधि स्थल पहुंचे और उन्होंने कोरियाई युद्ध में मारे गए सैनिकों सहित अन्य सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री दक्षिण कोरिया के साथ कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर यहां बृहस्पतिवार को पहुंचे हैं। यात्रा के पहले दिन उन्होंने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ इन और संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून के साथ योनसेई विश्वविद्यालय में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, “प्रधानमंत्री ने कोरिया गणराज्य के राष्ट्रीय समाधि स्थल पर पुष्पचक्र अर्पित किया तथा जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यहां एक लाख 65 हजार सैनिकों के अवशेष दफन हैं।”
सियोल राष्ट्रीय समाधिस्थल की स्थापना 1956 में हुई थी जहां कोरिया के सैनिकों को दफनाया जाता है। इसके अलावा कोरियाई स्वतंत्रता अंदोलन,कोरियाई युद्ध और वियतनाम युद्ध में मारे गए सैनिकों को भी यहां स्थान दिया जाता है।
प्रधानमंत्री के सम्मान में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ इन के आधिकारिक आवास पर रस्मी स्वागत समारोह आयोजित किया गया। कुमार ने ट्वीट किया, “प्रधानमंत्री मोदी का ‘द ब्लू हाउस’ में आधिकारिक स्वागत किया गया। यह सियोल में राष्ट्रपति का कार्यकारी कार्यालय तथा आधिकारिक आवास है।”
मोदी, राष्ट्रपति मून जेइ इन के आमंत्रण पर दक्षिण कोरिया आए हैं। 2015 के बाद से प्रधानमंत्री मोदी की कोरिया गणराज्य की यह दूसरी यात्रा है और राष्ट्रपति मून जेइ इन के साथ यह उनकी दूसरी शिखर बैठक है। प्रधानमंत्री यहां ‘सियोल पीस प्राइज’ भी ग्रहण करेंगे। इस पुरस्कार की घोषणा पिछले वर्ष अक्टूबर में सियोल पीस प्राइज फाउंडेशन ने की थी।