बस्तर के 300 से अधिक आदिवासी युवक सात दिवसीय सायकल यात्रा करेंगे, शांति सद्भावना के लिऐ हो रही है यात्रा
दिनेश गुप्ता
जगदलपुर. धुर नक्सल प्रभावित बस्तर अंचल के 300 से अधिक आदिवासी युवक 22 फरवरी शुक्रवार के दिन से अपनी सात दिवसीय सायकल यात्रा प्रारंभ कर रहे है। यह शांति सद्भावना सायकल यात्रा माँ दन्तेश्वरी मंदिर प्रांगण जगदलपुर से प्रातः 9 बजे प्रारंभ होगी और सात दिनों बाद 28 फरवरी को रायपुर पहुच कर समाप्त होंगी।
इस शांति सद्भावना सायकल यात्रा का उद्देश्य बस्तर में पांचवी अनुसूची को लागू करना, जेल में बंद बेगुनाह आदिवासियो की रिहाई,अंतरिक् रूप से विस्थापित आदिवासियों का पुनर्वास, बस्तर में शान्ति स्थपित करना है। इस यात्रा और रायपुर में होने वाली बैठक को आदिवासी युवक शान्ति बुमकाल का नाम दे रहे है।उनका कहना है कि 1910 में एक बुमकाल हुआ था जिसका उद्देश्य अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोह था, उसी तरह इस शान्ति बुमकाल का उद्देश्य बस्तर के आदिवासी भाइयों को उनका हक दिलाना है।
रायपुर पहुचने के बाद इन युवको द्वारा 1 मार्च व 2 मार्च को बस्तर डायलॉग का आयोजन किया जायेगा जिसमे इस यात्रा की समीक्षा व इन मांगों पर चर्चा करते हुये आगे की रणनीति तय की जायेगी।