70 साल में सबसे तेज रफ्तार से दौड़ा मानसून, मुंबई पहुंचा समय से 17 दिन पहले; अब बिहार-यूपी और दिल्ली की बारी

देशभर में गर्मी से झुलसती आबादी के लिए राहत की खबर है—मानसून इस बार रिकॉर्ड तोड़ रफ्तार से भारत में प्रवेश कर रहा है। 1990 के बाद पहली बार मानसून ने महाराष्ट्र में इतनी जल्दी दस्तक दी है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह मानसून की “असाधारण प्रगति” का उदाहरण है, जिसने मौसम वैज्ञानिकों को भी हैरान कर दिया है।
मुंबई में पहली ही बारिश ने मचाया हाहाकार
मुंबई में मानसून की पहली झमाझम बारिश ने ही हालात बिगाड़ दिए। सड़कों पर जलजमाव, रेल पटरियों पर पानी और ट्रैफिक की रफ्तार थम गई। रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सतारा, पुणे और कोल्हापुर में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
केरल से महाराष्ट्र तक रफ्तार से दौड़ा मानसून
इस बार मानसून ने 24 मई को केरल में और 26 मई को महाराष्ट्र में दस्तक दे दी — यानी महाराष्ट्र में 17 दिन पहले। 70 साल बाद मानसून ने इतनी तेज गति दिखाई है। IMD के अनुसार, 28 मई तक मानसून के मुंबई पहुंचने की संभावना है, जो एक सात दशक पुराना रिकॉर्ड तोड़ सकता है।
मानसून का आकलन कैसे होता है?
IMD मानसून के आगमन के लिए तीन मुख्य मापदंडों को देखता है:
- केरल में 10 से अधिक स्थानों पर लगातार 2-3 दिन तक व्यापक वर्षा
- 850 hPa पर पश्चिमी हवाओं की स्थायी दिशा और गति
- तापमान और वायुमंडलीय दबाव में बदलाव
सैटेलाइट, रडार और ग्राउंड स्टेशन से इन आंकड़ों की पुष्टि के बाद मानसून की घोषणा की जाती है।
इतनी तेज रफ्तार के पीछे की वजहें
- अरब सागर में साइक्लोनिक सर्कुलेशन – मानसून की हवाएं पश्चिमी तट की ओर तेज़ी से बढ़ीं।
- बंगाल की खाड़ी में लो-प्रेशर सिस्टम – नमी को आगे बढ़ाने में सहायक।
- ला नीना प्रभाव – मानसून को सामान्य से अधिक ताकतवर बनाता है।
- प्री-मानसून बारिश – दक्षिण भारत में पहले से हो रही वर्षा ने हालात अनुकूल बनाए।
भारी बारिश से खतरे की चेतावनी
IMD ने चेतावनी दी है कि मानसून की तेज रफ्तार के कारण बाढ़, भूस्खलन और जलभराव की संभावना बढ़ सकती है। खासकर यूपी, बिहार और दिल्ली जैसे इलाकों में प्रशासन को तैयार रहने की सलाह दी गई है।
अब दिल्ली, यूपी और बिहार की बारी – जानिए संभावित तारीखें
राज्य | सामान्य तारीख | संभावित तारीख 2025 |
---|---|---|
मध्य प्रदेश | 15-20 जून | 5-7 जून |
पूर्वी यूपी | 20-25 जून | 10-12 जून |
पश्चिमी यूपी | 25-28 जून | 15 जून |
बिहार | 15-20 जून | 8-12 जून |
दिल्ली-NCR | 27-29 जून | 20-22 जून |