
रायपुर : छत्तीसगढ़ की नगरीय प्रशासन व्यवस्था को और अधिक स्मार्ट, स्वच्छ और टिकाऊ बनाने के लिए राज्य सरकार ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। इसी कड़ी में रायपुर महापौर मीनल चौबे और निगम आयुक्त सहित प्रदेश के अन्य नगर निगमों के प्रतिनिधियों को शैक्षणिक भ्रमण पर इंदौर भेजा गया था। शुक्रवार को रायपुर लौटने के बाद महापौर ने इस यात्रा को बेहद उपयोगी और प्रेरणादायक बताया।
इंदौर के सफाई मॉडल से मिली प्रेरणा
महापौर मीनल चौबे ने बताया कि इंदौर की डस्टबिन-फ्री रोड व्यवस्था, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, अत्याधुनिक ड्रेनेज नेटवर्क और जनभागीदारी मॉडल का गहराई से अध्ययन किया गया। उन्होंने कहा कि इंदौर केवल सफाई में नंबर-1 नहीं है, बल्कि उसकी प्रशासनिक सोच और नागरिक सहयोग भी अनुकरणीय है।
रायपुर में होंगे बड़े बदलाव
महापौर ने बताया कि अब रायपुर सहित प्रदेश के अन्य शहरों में भी इंदौर मॉडल को लागू करने की योजना तैयार की जा रही है। इसके लिए जल्द ही अधिकारियों की बैठक बुलाकर विस्तृत रणनीति पर चर्चा की जाएगी। रायपुर को प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने की दिशा में विशेष प्रयास किए जाएंगे।
इंदौर भ्रमण का मुख्य उद्देश्य
इस शैक्षणिक भ्रमण का मकसद था—
- स्वच्छता सुधार
- ट्रैफिक मैनेजमेंट
- कचरा निपटान की तकनीक
- और जनसहभागिता के प्रभावशाली मॉडलों को समझकर उन्हें छत्तीसगढ़ में लागू करना।
महापौर ने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के कई शहर देश के टॉप-10 स्वच्छ शहरों में शामिल होंगे।