भारत को अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में पाकिस्तान के साथ खेलना चाहिए और उसे हराना चाहिए- गुरबक्श सिंह
कोलकाता: पुलवामा में आतंकी हमले (Pulwama Attack) के बाद एक बाद पर लगातार बहस हो रही है कि भारत को पाकिस्तान से संबंध रखने चाहिए या नहीं. ज्यादातर देशवासी मानते हैं कि पाकिस्तान से संबंध नहीं रखने चाहिए. देश का एक बड़ा वर्ग मांग कर रहा है कि भारत को पाकिस्तान से खेल संबंध भी तोड़ देने चाहिए. वहीं, हॉकी टीम के पूर्व कप्तान गुरबक्श सिंह का मानना है कि भारत को अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में पाकिस्तान के साथ खेलना चाहिए और उसे हराना चाहिए.
पाकिस्तान के दो निशानेबाजों को वीजा नहीं दिया था
इस साल जून में भुवनेश्वर में हॉकी सीरीज फाइनल्स होने हैं. यह टोक्यो ओलंपिक-2020 के लिए एक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट है. गुरबक्श ने कहा, ‘यहां कुछ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताएं हैं, जिसे हमें पूरा करना चाहिए. हम उनसे (पाकिस्तान) द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘आप अपनी पीढ़ी के खिलाड़ियों का करियर नष्ट कर रहे हैं। यह बहुत शर्म की बात है.’
भारत ने पुलवामा हमले के बाद नई दिल्ली में आयोजित शूटिंग वर्ल्ड कप (ISSF World Cup) में पाकिस्तान के दो निशानेबाजों को वीजा नहीं दिया था. पूर्व भारतीय कप्तान गुरबख्श सिंह ने कहा, ‘उन्हें आने दो. यह हमारी प्रतिबद्धता है. हम दोस्ती नहीं बढ़ा रहे हैं. हम द्विपक्षीय सीरीज में नहीं खेल रहे हैं. लेकिन हम उन्हें अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में खेलने देंगे.’
भारत को विश्व कप में पाकिस्तान का बहिष्कार करना चाहिए
गुरबक्श सिंह 1964 ओलंपिक और 1966 में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रह चुके हैं. उन्होंने कहा, ‘1965 में युद्ध हुआ था. जालंधर में हमारा शिविर था. 1964 में हमने उन्हें हराया और 1965 के युद्ध के बाद, 1966 में एशियन गेम्स में भी हमने उन्हें (पाकिस्तान को) मात दी थी.’
भारत-पाक संबंधों को लेकर इस समय सबसे ज्यादा चर्चा क्रिकेट वर्ल्ड कप को लेकर हो रही है. पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और हरभजन सिंह समेत कई क्रिकेटर यह मांग कर चुके हैं कि भारत को विश्व कप में पाकिस्तान का बहिष्कार करना चाहिए. दूसरी ओर, सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर का बयान गुरबख्श सिंह से मिलता-जुलता आया है. सचिन तेंदुलकर और गावस्कर का कहना है कि भारत को विश्व कप में पाकिस्तान से खेलना चाहिए और हराना चाहिए.