रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के धरना स्थल में लगातार 25 दिनों से संविदा विद्युत कर्मचारी संघ आंदोलनरत हैं. सरकार की ओर ध्यानाकर्षण के लिए कई तरह के प्रदर्शन किये गए लेकिन फिर भी इनकी मांग अब तक पूरी नहीं की गई है. वहीं आज छत्तीसगढ़ संविदा विद्युत कर्मचारी संघ का समर्थन देने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पंहुचे।
बता दें, विद्युत कर्मचारी संघ विभिन्न दो सूत्रीय मांग, रिक्त पदों पर नियमितीकरण और अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे है. तपती गर्मी में आंदोलनरत विद्युत संविदा कर्मचारी संघ का रविवार को समर्थन देने पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह पहुंचे। इस दौरान रमन सिंह ने कहा, सरकार की गलत नीतियों का नतीजा है कि आज विद्युत कर्मचारियों को धरने पर बैठना पड़ रहा है, भाजपा शासनकाल के दौरान नियमतिकरण किया जाता था लेकिन इस सरकार के आने के बाद से बंद कर दिया गया है। विद्युत कर्मचारियों की मांगों का तत्काल निराकरण होना चाहिए। सरकार को चेतावनी देते हुए कहा- ये बिजली जोड़ना जानते हैं तो बिजली कट भी सकते हैं।
वहीं रमन सिंह ने कहा, इनकी कोई बड़ी मांग नहीं है. ये तीन हजार संविदा कर्मचारी इनकी दो मांग है। इन संविदा कर्मचारियों को रेगुलर किया जाए, दूसरा जो 25 लोगों की मृत्यु हुई है काम करते समय उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दिया जाए. इसके साथ ही डॉ. रमन सिंह ने कहा कि हमने अपने कार्यकाल में 2 साल के अंतराल में इन्हें रेगुलर किया। 2016 और 18 में जो नियुक्ति हुई है वह 3000 हैं और तीन हजार की संख्या में पद खाली हैं. उन पद में इनको रेगुलर किया जा सकता है और यह प्रक्रिया कानून है. बोर्ड ने पहले भी तय किया था इनको है रेगुलर करने के लिए जानबूझकर इसमें विलंब किया जा रहा है.
रमन सिंह ने कहा, मैं आज उनके समर्थन में आया हूं और इनके मांग को सरकार तत्काल पूरा करें. यही मांग करता हूं. इसके साथ ही डॉ रमन सिंह ने सरकार को घेरते हुए कहा कि जिस प्रकार से आक्रोश उबल के आ रहा है. समाज के सभी वर्गों में नाराजगी हो रही है डेढ़ साल बाद जनता इनको सबक सिखाएगी। जितना भी दम दिखा ले… तानाशाही दिखा ले… आतंक दिखा ले.. मगर यह आक्रोश फूटेगा।