
बिलासपुर : वृंदावन धाम के स्वामी और शंकराचार्य संस्थान के पीठाधीश्वर यदुनंदन सरस्वती ने बिलासपुर में मीडिया से चर्चा के दौरान कई विवादास्पद और तीखे बयान दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “अवसरवादी” बताया, हिंदू राष्ट्र की अवधारणा पर स्पष्ट विचार रखे, वर्तमान शंकराचार्य व्यवस्था पर सवाल उठाए और आतंकवाद को लेकर मुस्लिम समुदाय को जिम्मेदार ठहराया।
प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, “बिहार चुनाव आते ही थोड़ी धूमधड़ाम कर देते हैं ताकि हिंदू वोट मिल जाए, लेकिन जवाब तुरंत और स्पष्ट होना चाहिए।” उन्होंने कहा कि सनातन धर्म अडिग है और इसे किसी खतरे की आवश्यकता नहीं है, “जो धर्म को खतरे में बता रहे हैं, वे कीड़े-मकोड़े हैं।”
हिंदू राष्ट्र की मांग पर उनका कहना था, “भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है, इसकी घोषणा करना जरूरी नहीं। प्रचार और उपदेश हमारा कर्तव्य है, धर्म रक्षा की घोषणा करना अहंकार है।”
वर्तमान शंकराचार्य परंपरा पर उन्होंने तीखा प्रहार करते हुए कहा, “ज्यादातर शंकराचार्य विवादों में फंसे हैं या अयोग्य हैं। बिना पैसे के कहीं नहीं जाते, सामान्य व्यक्ति तो दर्शन भी नहीं कर सकता। दीक्षा देने की फैक्ट्री चल रही है जो शास्त्रों के विरुद्ध है।”
आतंकवाद को लेकर उन्होंने कहा, “इस समय जितने भी आतंकवादी हैं, वे इस्लामी हैं। मुसलमानों के यहां से ही आतंकवाद उपजा है। सरकार को आतंकवाद पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।” स्वामी यदुनंदन के इन बयानों ने न सिर्फ धार्मिक, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर भी बहस छेड़ दी है।