
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई जवाबी कार्रवाई से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। पाकिस्तान की ओर से लगातार ड्रोन और मिसाइल हमलों के जवाब में भारत ने सख्त कार्रवाई की। लेकिन शनिवार शाम को दोनों देशों ने संघर्ष विराम (सीजफायर) पर सहमति जताई।
सीजफायर के बाद उमर अब्दुल्ला का बयान
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने संघर्ष विराम का स्वागत करते हुए अफसोस जताया कि अगर यह कदम 2-3 दिन पहले उठाया गया होता, तो कई जानें बचाई जा सकती थीं। उन्होंने कहा, “मैं संघर्ष विराम का स्वागत करता हूं, लेकिन यह पहले होता तो नुकसान कम होता।”
उमर अब्दुल्ला ने अधिकारियों को नुकसान का आकलन कर प्रभावित लोगों को राहत देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि आग से काफी नुकसान हुआ है और प्रशासन को राहत कार्यों में तेजी लानी चाहिए। साथ ही उम्मीद जताई कि अब एयरपोर्ट भी जल्द चालू हो जाएगा, जो कई दिनों से बंद था।
सीजफायर में अमेरिका की भूमिका अहम
शनिवार शाम 5.25 बजे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान ने अमेरिका की मध्यस्थता में रातभर चली बातचीत के बाद “पूर्ण और तत्काल युद्धविराम” पर सहमति जताई है। इसके तुरंत बाद भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रालयों ने इसकी पुष्टि कर दी।
भारत ने बताया कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने शनिवार दोपहर 3.35 बजे भारतीय DGMO को कॉल किया, और दोनों देशों के बीच युद्धविराम शनिवार शाम 5 बजे से लागू हुआ।