उज्जैन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने उज्जैन में अपने निवास पर रात्रि विश्राम कर एक मिथक तोड़ दिया है। माना जाता है कि कोई भी सीएम उज्जैन में रात्रि विश्राम नहीं करता है, ऐसा इसलिए कि उज्जैन के राजा बाबा महाकाल हैं। सीएम यादव का कहना है कि मैं उज्जैन का बेटा हूं और बाबा महाकाल मेरे पिता हैं। मैं महाकाल के मुख्य सेवक के रूप में काम कर रहा हूं, ना कि सीएम के रूप में।
सीएम यादव ने सुबह अधिकारियों की बैठक ली-
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव रविवार सुबह उज्जैन के विकास के एजेंड को लेकर विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल भवन में बैठक ली। तैयारियों को लेकर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जिले में स्वीकृत, प्रचलित और प्रस्तावित योजनाओं का फोल्डर तैयार करवाया था।
मालूम हो कि मध्य प्रदेश के सीएम के बनने के बाद पहली बार डा. मोहन यादव ने उज्जैन में कोई प्रशासनिक स्तर पर की बैठक की। उज्जैन, उनका गृह नगर है और वे यहां के इतिहास, भूगोल और लोगों की जरूरत से भली-भांति वाकिफ हैं। बीते 10 वर्षों में अधिकांश योजनाएं उन्हीं के प्रयासों से बनीं।
#WATCH | Ujjain: Madhya Pradesh CM Dr Mohan Yadav chairs a meeting with all the Collectors and SPs of the Ujjain division regarding the law and order situation. pic.twitter.com/7KMVtAHknV
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) December 17, 2023
अधिकांश धरातल पर उतरी और कुछ विशेष कारणों से लंबित रह गईं और बंद भी पड़ गईं। अब चूंकि वे ही प्रदेश के मुखियां हैं, ऐसे में उज्जैन में काम अब और अधिक सुगमता एवं शीघ्रता से होने की उम्मीद शहरवासियों में बंधी है।
#WATCH उज्जैन: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विक्रमादित्य प्रशासनिक परिसर में संभागीय कलेक्टर और पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। pic.twitter.com/rPhu0Lcvss
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 17, 2023
महाकाल सवारी मार्ग चौड़ा किया जाएगा
उम्मीद, आवास मिशन, जल जीवन मिशन, अमृत मिशन, स्मार्ट सिटी मिशन के रूके-अधूरे कार्यों को पूरा कराने, शहर की सड़कों को जाम से मुक्त रखने को 8500 करोड़ रुपये के ग्रीन ट्रैफिक मोबिलिटी प्लान लागू कराने, शिप्रा शुदि्धकरण के लिए स्वीकृत कान्ह डायवर्शन क्लोज डक्ट परियोजना, एयरपोर्ट, रोप-वे, आइआइटी इंदौर का सैटेलाइट कैम्पस, हरिफाटक पुल की चारों भुजाओं का दोहरीकरण, मेडिकल डिवाइस पार्क, सरकारी मेडिकल कालेज, फ्रीगंज समानांतर पुल का निर्माण और महाकाल सवारी मार्ग चौड़ीकरण शुरू कराने की है।
इसके अलावा विक्रम उद्योगपुरी के 39 उद्योगों का संचालन जल्द शुरू कराने की है, ताकि अच्छा रोजगार पाकर लोग अपना जीवन स्तर ऊंचा उठा सकें। इधर, अफसरों ने उज्जैन को सीएम का शहर होने के नाते इसे विश्वस्तरीय एक आदर्श शहर बनाने की दिशा में भी काम शुरू कर दिया है। अमले को हिदायत दी गई है कि यहां जो भी काम हो गुणवत्ता के साथ टिकाऊ और खुबसूरत हों। सारे काम समय सीमा में हों।
नियमितीकरण हेतु मोर्चा खोलने की तैयारी में प्रदेश के अनियमित कर्मचारी! बुलाई गई महत्वपूर्ण बैठक