
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में खनिज, वन और अन्य प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता के कारण कृषि के साथ-साथ उद्योगों और उद्यमिता के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने युवाओं से प्रदेश और देश के विकास में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री साय नवा रायपुर स्थित IIM परिसर में दंतेवाड़ा जिले के 50 नवोदित उद्यमियों को संबोधित कर रहे थे, जो वर्तमान में भारत के प्रतिष्ठित प्रबंधन संस्थान में उद्यमिता प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण उनके करियर और जीवन को दिशा देने में मील का पत्थर साबित होगा।
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बस्तर को बनाया गया है विशेष प्रोत्साहन क्षेत्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर अब संभावनाओं का केंद्र बन चुका है। नई औद्योगिक नीति 2024-30 के तहत बस्तर और सरगुजा जैसे पिछड़े अंचलों को सर्वाधिक निवेश प्रोत्साहन क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया है। उन्होंने बताया कि बस्तर में उद्योग स्थापित करने पर विशेष अनुदान की व्यवस्था की गई है। साथ ही, क्षेत्रीय विकास के लिए कृषि, वनोपज आधारित उद्योग और पर्यटन को शामिल करते हुए एक समग्र रोडमैप भी तैयार किया गया है।
‘सिंगल विंडो 2.0’ से उद्योग स्थापना होगी आसान
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि नई औद्योगिक नीति का मूल मंत्र “न्यूनतम शासन, अधिकतम प्रोत्साहन” है। इसके तहत उद्योग स्थापना की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए ‘सिंगल विंडो 2.0’ व्यवस्था लागू की गई है, जिससे सभी आवश्यक अनुमतियां एक ही मंच से सरलता से मिल सकेंगी।
युवाओं से मिले उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं
मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान युवाओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। इस अवसर पर बड़े बचेली से चंद्रकुमार साहू, बैलाडीला से अभिषेक गुप्ता, बचेली से अनिरुद्ध कुमार, बीजापुर से तेजस्व कुमार और नीलम पांडे, बचेली से कु. शिल्पा कुमारी तथा दंतेवाड़ा से राकेश यादव सहित 50 युवा उद्यमी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपने प्रशिक्षण का व्यावहारिक उपयोग कर उद्यम की शुरुआत करने का आग्रह करते हुए आश्वासन दिया कि शासन की ओर से हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी।