CG MLA ARREST : कांग्रेस विधायक को इस मामले में पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानें क्या है मामला

जांजगीर-चांपा जिले के चांपा थाना क्षेत्र में कांग्रेस विधायक बालेश्वर साहू को एक मारपीट और धमकी के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला जैजैपुर विधानसभा से विधायक साहू और उनके पड़ोसी के बीच विवाद से जुड़ा है। विधायक पर उनके पड़ोसी चंद्रशेखर राठौर ने घर में घुसकर गाली-गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था।
क्या है मामला?
विधायक बालेश्वर साहू का मकान चांपा के शंकर नगर राठौर कॉलोनी में है। उनके पड़ोसी चंद्रशेखर राठौर ने शिकायत की थी कि विधायक ने अपने मकान के दो एसी के आउटडोर यूनिट और चिमनी का धुआं उनके घर की दिशा में छोड़ रखा है। इस पर आपत्ति जताने पर विवाद हुआ। 10 जून की शाम चंद्रशेखर राठौर ने विधायक के नौकर से इन इकाइयों को हटाने की बात कही। नौकर द्वारा दी गई जानकारी के बाद विधायक गुस्से में आकर गली में सार्वजनिक रूप से राठौर परिवार को गालियां देने लगे और उनके पोर्च में घुस गए।
आरोप है कि विधायक ने चंद्रशेखर राठौर के जीजा हेमंत राठौर से मारपीट की, उनका मोबाइल फोन छीनकर वीडियो डिलीट कर दिया और जान से मारने की धमकी भी दी। राठौर ने यह भी कहा कि विधायक द्वारा उनकी पत्नी, मां और बच्चों को भी घर छोड़ने की धमकी दी जा रही है।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
चंद्रशेखर राठौर की शिकायत पर चांपा पुलिस ने 11 जून को बालेश्वर साहू के खिलाफ IPC की कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया:
- धारा 115 (2): जान से मारने के प्रयास का इरादा
- धारा 329: जबरदस्ती संपत्ति से संबंधित दबाव
- धारा 315: चोट पहुंचाने के इरादे से हमला
- धारा 296: सार्वजनिक स्थान पर शांति भंग करने की कोशिश
गिरफ्तारी और जमानत
पुलिस ने जांच के बाद विधायक साहू को चांपा थाने में गिरफ्तार किया। हालांकि मामला जमानती प्रकृति का होने के कारण कुछ ही घंटों बाद उन्हें ज़मानत पर रिहा कर दिया गया। नियमानुसार, उनकी गिरफ्तारी की सूचना छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष को भी भेजी गई है।
विधायक की भी शिकायत
विधायक साहू ने भी अपने पड़ोसी चंद्रशेखर राठौर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों पर काउंटर एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच जारी है।
पुराने मामले भी हैं दर्ज
बालेश्वर साहू के खिलाफ पहले भी आपराधिक प्रकरण दर्ज रहे हैं। सारागांव थाना क्षेत्र में भी उनके खिलाफ एक मामले में तीन वर्ष की देरी से चालान पेश किया गया, जो अब न्यायालय में लंबित है।