
22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान जाने के बाद, भारत ने पूरी तैयारी और रणनीति के साथ इस हमले का बदला लेने का संकल्प लिया। करीब 14 दिनों की योजना और खुफिया जानकारी जुटाने के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में मौजूद आतंकी ठिकानों को सटीक निशाना बनाकर ध्वस्त किया गया।
ऑपरेशन की शुरुआत आधी रात के बाद हुई, जब पाकिस्तान और उसके आतंकी संगठन नींद में थे। भारतीय सेना ने एक सधे हुए अभियान में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों के नौ प्रमुख ठिकानों को तबाह किया, जिनमें उनके लॉन्चिंग पैड और प्रशिक्षण केंद्र शामिल थे। सेना के अनुसार इस कार्रवाई में 70 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
भारत द्वारा जिन ठिकानों को निशाना बनाया गया, उनमें हाफिज सईद और मसूद अजहर द्वारा संचालित मदरसे भी शामिल थे, जहाँ युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें आतंकवाद की राह पर लगाया जाता था।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सफल क्रियान्वयन के बाद देशभर में भारतीय सेना की सराहना हो रही है। शहीद शुभम द्विवेदी की पत्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा, “मेरे पति की शहादत का बदला लिया गया, यह हमारे पूरे परिवार के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है। हमें पीएम मोदी पर पूरा भरोसा था और उन्होंने उस भरोसे को कायम रखा।”
यह जवाबी कार्रवाई न सिर्फ भारत की सैन्य क्षमता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि आतंक के हर वार का जवाब अब सटीक और निर्णायक होगा।