
छत्तीसगढ़ की बस्तर पुलिस को बड़ी साइबर क्राइम सफलता मिली है। पुलिस ने APK फाइल के माध्यम से फोन हैक कर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गिरोह के मास्टरमाइंड अब्दुल मजीद सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस गैंग ने 5 राज्यों में कुल 1 करोड़ 15 लाख 77 हजार रुपए की ठगी की, जिसमें से बस्तर जिले से भी 7.33 लाख रुपए की ठगी हुई थी।
करोड़ों की संपत्ति का मालिक मास्टरमाइंड अब्दुल मजीद
गिरफ्तार आरोपियों में मुख्य आरोपी अब्दुल मजीद (45), कार्तिकेय राय (20) और संतोष कुमार (41) शामिल हैं। अब्दुल मजीद झारखंड के साइबर ठग हब ‘जामताड़ा’ का रहने वाला है, जिसके पास करोड़ों की प्रॉपर्टी, लग्जरी गाड़ियां और बड़ा नेटवर्क है। वह पूर्व में डकैती और फ्रॉड केस में जेल भी जा चुका है।
ऐसे किया गया फोन हैक और ठगी
जनवरी 2025 में जगदलपुर के अमलेश कुमार को एक्सिस बैंक कस्टमर केयर के नाम पर फर्जी कॉल आया। उन्होंने लोन में रुचि न होने की बात कहकर कॉल काट दी, लेकिन शाम तक उनके खाते से कई बार में 7 लाख 33 हजार रुपए निकाल लिए गए। OTP आने के बाद किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके मेल ID को हैक कर नेट बैंकिंग के जरिए फर्जी तरीके से लोन लिया और रकम निकाल ली।
SP ने गठित की विशेष टीम
एसपी शलभ सिन्हा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए DSP गीतिका साहू और साइबर निरीक्षक गौरव तिवारी के नेतृत्व में टीम गठित की। तकनीकी विश्लेषण के बाद मुंबई और झारखंड के जामताड़ा में दबिश देकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस को मिले अहम सुराग
जांच के दौरान पुलिस ने पासबुक, ATM कार्ड, चेकबुक और अन्य दस्तावेज बरामद किए। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने 116 से अधिक फर्जी बैंक अकाउंट के जरिए पैसे ट्रांसफर किए थे। ये खाते जानपहचान के लोगों के नाम पर खुलवाए गए थे।
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SP ने दी चेतावनी: APK फाइल से रहें सावधान
एसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि, “करीब 6 महीने की मेहनत के बाद गिरोह तक पहुंचने में सफलता मिली है। हालांकि गिरोह का मास्टरमाइंड अब्दुल है, लेकिन इसके ऊपर भी कई लोग हो सकते हैं।” उन्होंने नागरिकों से अपील की कि, अनजान नंबर से आने वाली APK फाइल या ऐप डाउनलोड न करें, क्योंकि यही हैकिंग का जरिया बन रही हैं।