
रायपुर : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और कांग्रेस नेता विजय भाटिया से मिलने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचे। मुलाकात के बाद बघेल ने दोनों नेताओं की खराब तबीयत पर चिंता जताई और सरकार पर स्वास्थ्य सुविधाएं न देने का आरोप लगाया।
भूपेश बघेल ने कहा कि कोर्ट के निर्देश के बावजूद जेल में उचित इलाज मुहैया नहीं कराया जा रहा है। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि “समय बदलते देर नहीं लगती। सरकार निजी दुश्मनी के तहत काम कर रही है, जो अमानवीय और निंदनीय है।”
लखमा और परिवार की करोड़ों की संपत्ति अटैच
हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शराब घोटाले में कार्रवाई करते हुए कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा की संपत्तियों को अटैच कर दिया है। इसमें सुकमा में कांग्रेस का राजीव भवन भी शामिल है। ईडी ने कुल 6.15 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त की हैं, जिनमें लखमा परिवार की 5.47 करोड़ और कांग्रेस कार्यालय की 68 लाख की संपत्ति शामिल है।
72 करोड़ के कमीशन का आरोप
ईडी की जांच में सामने आया है कि कवासी लखमा ने इस घोटाले में 72 करोड़ रुपए का कमीशन लिया। पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर लखमा को गिरफ्तार किया गया है। वे 15 जनवरी 2025 से जेल में बंद हैं।
यह मामला छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बड़ा भूचाल लेकर आया है और विपक्ष लगातार इसे लेकर सरकार की भूमिका पर सवाल उठा रहा है।