बस्तर। विश्वव्यापी कोरोना वायरस (COVID-19 ) के संकट के वक्त नक्सल प्रभावित ( Naxal effected) बस्तर (Bastar) में शांति बहाली की मांग उठने लगी है। बुद्धिजीवियों ने कोरोना के बढ़ते खतरे के मद्देनजर बस्तर में फोर्स (Force ) और नक्सलियों दोनों से शांति कायम रखने की अपील की है। इसके जवाब में पुलिस का कहना है कि कोरोना का खतरा तो है, मगर नक्सली हिंसा करेंगे तो जवाब तो देना ही पड़ेगा। नक्सली कोरोना वायरस के खतरे को अपने कैडर व आम जनता तक ले जाने पर आमादा हैं। बस्तर आइजी (Bastar IG) सुंदरराज पी ने कहा कि जवान जंगल में नक्सलियों की तलाश कर रहे हैं। यह कानून व्यवस्था का मामला है न कि युद्ध का। युद्धविराम की कोई बात ही नहीं है। फिर भी नक्सलियों को इस महामारी के दौर में मानवता दिखानी चाहिए।