
बिलासपुर : जिले में स्कूल खुलने के बाद भी शिक्षकों की लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) अनिल तिवारी द्वारा किए गए आकस्मिक निरीक्षण में तीन सरकारी स्कूल बंद मिले, जबकि कुल 19 शिक्षक और स्टाफ अनुपस्थित पाए गए। DEO ने सभी को नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों में जवाब तलब किया है। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर एक दिन का वेतन काटने की चेतावनी दी गई है।
कलेक्टर ने भी दिखाई सख्ती
इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर संजय अग्रवाल ने टीएल बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इन स्कूलों में लटके मिले ताले
DEO अनिल तिवारी ने मस्तूरी और बिल्हा ब्लॉक के शासकीय स्कूलों का निरीक्षण किया, जिसमें शासकीय हाई स्कूल फरहदा, शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल गतौरा और शासकीय बालक प्राथमिक शाला गतौरा बंद पाए गए। इन स्कूलों में प्राचार्य सहित समस्त स्टाफ गैरहाजिर थे।
अनुपस्थित शिक्षकों की सूची
निरीक्षण के दौरान जिन शिक्षकों और कर्मचारियों की गैरहाजिरी पाई गई, उनमें शामिल हैं:
- फरहदा: माधुरी मानूरकर (प्राचार्य) सहित समस्त स्टाफ
- गतौरा: आरसी चौधरी (प्राचार्य), मनोरमा राठौर, मधुकांत सोनी, सरस्वती राठौर
- प्राथमिक शाला गतौरा: ऊषा पांडेय (प्रधान पाठक), मिंटू सांडे, हेमलता राठौर, चित्रकांत शर्मा, अनिता देवी राठौर, उत्तरा बरिहा, फलप्रदा पटेल, माधुरी प्रधान, शकुंतला टोंडे
- पूर्व माध्यमिक शाला गतौरा: कैलाश महिलांगे (प्यून)
- अन्य सहायक शिक्षक: अमित मनहर, जयप्रकाश पांडे, वर्षा रानी पांडेय, मेरी मिश्मा केरकेट्टा
- सफाई कर्मचारी: शासकीय प्राथमिक शाला अनुसूचित जाति मोहल्ला, गतौरा
DEO की चेतावनी
DEO ने स्पष्ट किया है कि सभी को तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण देना होगा, अन्यथा विभागीय कार्रवाई और वेतन कटौती की जाएगी। इस निरीक्षण से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है, वहीं प्रशासन ने भी अनुशासन सुनिश्चित करने का संकेत दे दिया है।