11 माओवादियों के आत्ससमर्पण के साथ ही बस्तर का बड़ेसट्टी गांव बना छत्तीसगढ़ का पहला नक्सल मुक्त गांव..

सुकमा। पिछले कुछ महीनां में छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों में भारी कमी हुई है। नक्सल मुक्त बस्तर अभियान के तहत सुरक्षाबलों ने जहां एक ओर मुठभेड़ और अन्य कार्यवाही कर नक्सलवाद को कमजोर किया है वहीं दूसरी ओर स्वयं नक्सली भी माओवाद विचारधारा को त्याग कर सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में आत्ससमर्पण कर रहे हैं।
इसी कड़ी में आज सुकमा जिले के बड़ेसट्टी गांव के 11 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इन नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने के बाद बड़ेसट्टी गांव छत्तीसगढ़ का पहला नक्सल मुक्त गांव बन गया है।
मिली जानकारी के अनुसार सुकमा जिले के सुदूर में बसे बड़ेसट्टी गांव के 11 नक्सलियों ने आज सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर पुलिस अधिक्षक किरण चव्हाण के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बस्तर के पण्डुम कार्यक्रम में शामिल होने दो दिवसीय बस्तर प्रवास थे।
इसी दौरान शाह ने किसी भी गांव के नक्सल मुक्त हो जाने पर 1 करोड़ रूपए के विकास कार्यां का ऐलान किया था। इसी के तहत अब नक्सल मुक्त होने के साथ ही बड़ेसट्टी गांव को 1 करोड़ रुपए की राशि विकास कायों के लिए सौगात में दी जाएगी।