
कोरबा : आम आदमी पार्टी ने छत्तीसगढ़ में स्कूलों के युक्तियुक्तकरण के विरोध में शुक्रवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए भाजपा सरकार पर शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि युक्तियुक्तकरण के नाम पर हजारों स्कूल बंद किए जा चुके हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई और भविष्य पर गंभीर असर पड़ा है।
पार्टी का आरोप है कि सरकार ने 63 हजार शिक्षकों के पदों को भरने में विफल रहने के कारण 10 हजार से अधिक स्कूलों को बंद कर दिया। स्कूलों के विलय से शिक्षकविहीन विद्यालयों की संख्या बढ़ी है, वहीं कई स्थानों पर छात्रों को 3 से 7 किमी दूर स्कूल जाना पड़ रहा है, जिससे खासकर बालिकाओं की शिक्षा प्रभावित हो रही है।
ज्ञापन में कहा गया है कि युक्तियुक्तकरण के चलते स्कूलों को आपस में मिलाया गया और शिक्षकों का मनमाना स्थानांतरण किया गया। कई विद्यालयों में गणित और विज्ञान जैसे विषयों के शिक्षक नहीं हैं, जिससे छात्रों को बिना विशेषज्ञ शिक्षकों के पढ़ाई करनी पड़ रही है।
बस्तर, सरगुजा और कांकेर जैसे आदिवासी इलाकों में स्थिति और भी खराब है। छात्र संख्या में गिरावट और स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। दंतेवाड़ा में एक स्कूल को 7 किमी दूर स्थानांतरित कर दिया गया, जिससे बच्चे स्कूल आना बंद कर चुके हैं। एक अन्य गांव में शिक्षक नहीं मिलने पर बच्चों ने खुद स्कूल में ताला जड़ दिया।
आम आदमी पार्टी ने युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को रद्द करने और शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने की मांग की है, ताकि ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों को समान शिक्षा का अधिकार मिल सके।