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Editorjee Editorial

बीमार छात्रों की बेबसी ने हिला दिया खान सर को, बोले – अब मेरा हॉस्पिटल करेगा गरीबों का इलाज

The helplessness of sick students deeply moved Khan Sir, he said – Now my hospital will treat the poor

पटना। शिक्षा के क्षेत्र में गरीब छात्रों को कम फीस में UPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले खान सर अब स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। सावन के अंतिम सोमवारी पर उन्होंने घोषणा की कि वे पटना में एक बड़ा अस्पताल, डायलिसिस सेंटर और ब्लड बैंक शुरू करने जा रहे हैं, जहां गरीब से गरीब व्यक्ति भी कम पैसों में इलाज करा सकेगा।

गरीब मरीजों के लिए बड़ी सौगात

खान सर ने कहा कि अक्सर गरीब परिवारों के लोग पैसे की कमी के कारण इलाज नहीं करा पाते और असमय मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। खासकर किडनी फेल्योर जैसे मामलों में डायलिसिस का खर्चा प्रति माह 40 से 50 हजार रुपये तक हो जाता है, जिसे गरीब परिवार वहन नहीं कर पाते। इसी वजह से उन्होंने सस्ती दर पर डायलिसिस और ब्लड बैंक सेवाएँ शुरू करने का निर्णय लिया है।

जापान और जर्मनी से मंगाई आधुनिक मशीनें

खान सर ने बताया कि अस्पताल के लिए डायलिसिस मशीनें जर्मनी से और ब्लड बैंक की मशीनें जापान से मंगाई गई हैं। शुरुआती चरण में 10 डायलिसिस मशीनें लगाई जा रही हैं, जिनसे हर महीने लगभग 800 से 900 डायलिसिस किए जा सकेंगे। आगे चलकर इनकी संख्या 200 तक बढ़ाई जाएगी।

उन्होंने साफ किया कि मरीजों की सुरक्षा के लिए हर डायलिसिस के बाद डायलाइज़र को नष्ट कर दिया जाएगा, ताकि उसका पुनः उपयोग न हो। यानी क्वालिटी और हाइजीन पर कोई समझौता नहीं होगा।

फीस गरीबों की पहुंच में

जैसे उन्होंने UPSC की कोचिंग फीस 2 लाख से घटाकर 4,000 रुपये कर दी थी, वैसे ही इस अस्पताल की फीस भी गरीबों के लिए रखी जाएगी। खान सर ने कहा कि उनके पास ठेला चलाने वाला, रिक्शा चालक, सब्जी बेचने वाला और गरीब मजदूर ही इलाज कराने आएंगे, इसलिए उनकी जेब के हिसाब से ही फीस तय होगी।

हर जिले में ब्लड बैंक और डायलिसिस सेंटर

खान सर का लक्ष्य सिर्फ पटना तक सीमित नहीं है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में बिहार के हर जिले में ब्लड बैंक और डायलिसिस सेंटर खोले जाएंगे। साथ ही बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) क्षेत्र में भी एक ब्रांच खुलेगी, ताकि दूर-दराज से आने वाले मरीजों को समय पर खून और इलाज मिल सके।

छठ तक अस्पताल होगा पूरी तरह चालू

खान सर ने कहा कि अस्पताल की तैयारी जोरों पर है और छठ पूजा तक यह अस्पताल पूरी तरह कार्यरत हो जाएगा। इसमें डायलिसिस, ब्लड बैंक, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, ऑपरेशन थिएटर और अन्य आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध होंगी।

समाज को लौटाने की पहल

खान सर ने भावुक होकर कहा कि उनकी मां को कभी पथरी का ऑपरेशन कराने के लिए पैसे जुटाने में दो साल लग गए थे। इस अनुभव ने उन्हें गरीब परिवारों की पीड़ा समझाई। उनका मानना है कि अगर वे अपने जीवन में 10,000 से 20,000 लोगों की भी जान बचा पाए तो यही उनकी सबसे बड़ी सफलता होगी।

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