
दुर्ग : छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने शुक्रवार को ‘सुशासन तिहार’ के तहत दुर्ग नगर निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने निगम के विभिन्न कार्यों की जानकारी ली और अधिकारियों को कार्यशैली में पारदर्शिता और तत्परता लाने के सख्त निर्देश दिए।
विभागीय लापरवाही पर जताई नाराजगी
निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएम ने नगर निगम में चल रही योजनाओं, जनहित से जुड़ी परियोजनाओं की प्रगति और ‘सुशासन तिहार’ के तहत मिल रही जनशिकायतों के समाधान की स्थिति की समीक्षा की। कई विभागों में कार्यों में लापरवाही पाए जाने पर उन्होंने नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई।
अटेंडेंस रजिस्टर की जांच, सीएमओ को फटकार
निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यालय में अटेंडेंस रजिस्टर और कर्मचारियों की ऑनलाइन उपस्थिति की जांच की। अनियमितता पाए जाने पर उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) को फटकारते हुए कहा कि सभी काम समय पर और नियमपूर्वक पूरे किए जाएं।
“सुशासन तिहार महज औपचारिकता नहीं” — अरुण साव
डिप्टी सीएम ने स्पष्ट किया कि सुशासन तिहार सिर्फ औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि यह जनता को जवाबदेह शासन उपलब्ध कराने का माध्यम है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाएं और जनसेवा में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें।
प्रेस से बातचीत में कही ये बात
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत में डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि नगर निगम की कार्यप्रणाली में सुधार की जरूरत है, और सरकार की प्राथमिकता है कि जनशिकायतों का समय पर समाधान हो।