
दंतेवाड़ा। फर्जी नक्सली बनकर ठेकेदार से एक करोड़ रूपए की फिरौती की मांग करने वाले आरोपी को पुलिस ने साइबर सेल की मदद से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ठेकेदार की ट्रक में हेल्पर का काम करता था। कुछ दिन पहले ही उसने काम छोड़ दिया था।
किरंदुल के बंगाली कैंप में रहने वाले ठेकेदार आरसी नाहक को 29 मई को एक व्यक्ति ने फोन किया था और अपना नाम गणेश बताकर फिरौती मांगी थी। (माओवाद संगठन में गणेश उइके नाम का एक हार्डकोर नक्सली है। जो बस्तर में बेहद चर्चित है।) फोन पर मिली धमकी के बाद ठेकेदार ने इसकी शिकायत थाने में की। जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी। साइबर सेल की मदद से फोन नंबर की सारी डिटेल निकालकर लोकेशन ट्रैस किया गया।
लगभग सप्ताहभर की कोशिशों के बाद लोकेशन के आधार पर पुलिस जिले के दुगेली गांव पहुंची। संदेह के आधार पर दीपक मंडावी (22) को पकड़ा गया। जिसको किरंदुल थाना ला कर पूछताछ की गई। शुरुआत में तो युवक ने पुलिस को गुमराह किया, लेकिन बाद में नक्सली बनकर फिरौती मांगने वाली बात कबूल लिया। किरंदुल थाना प्रभारी जितेंद्र ताम्रकर ने बताया कि आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आरोपी दीपक मंडावी ठेकेदार आरसी नाहक की ट्रक में हेल्पर का काम करता था। कुछ दिन पहले ही इसने काम छोड़ दिया था।