
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने हाल ही में मोहम्मद अली जिन्ना की प्रसिद्ध उक्ति का हवाला देते हुए कहा, “दुनिया में ऐसी कोई ताकत नहीं, जो पाकिस्तान को हरा सके।” यह बयान उन्होंने भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए हमलों के संदर्भ में दिया। उनका उद्देश्य पाकिस्तान की दृढ़ता और आत्मविश्वास को दर्शाना था।
हालांकि, पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और विश्लेषक बाबर आजम की इस प्रतिक्रिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ आई हैं। कुछ ने इसे पाकिस्तान की साहसिकता का प्रतीक माना, जबकि अन्य ने इसे वास्तविकता से दूर और आत्मसंतुष्टिपूर्ण बताया।
भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए हमलों के बाद, बाबर आजम का यह बयान पाकिस्तान के आत्मविश्वास को बनाए रखने का प्रयास प्रतीत होता है। हालांकि, वास्तविकता यह है कि पाकिस्तान की सैन्य और राजनीतिक कार्रवाइयाँ ही इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं।
बाबर आजम को यह समझना होगा कि जिन्ना की बातें प्रेरणादायक हो सकती हैं, लेकिन वर्तमान की चुनौतियों का सामना करने के लिए ठोस और व्यावहारिक दृष्टिकोण की आवश्यकता है। केवल शब्दों से स्थिति में सुधार नहीं होगा; इसके लिए ठोस कदम और रणनीतिक सोच की आवश्यकता है।
भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 8 मई को पाकिस्तान पर एक के बाद एक हमले किए. भारत ने उनके कई शहरों को निशाना बनाया. इनमें शहर भी शामिल रहे जहां PSL के मुकाबले खेले जाने थे. भारत की जवाबी कार्रवाई में रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम भी तबाह हो गया, जहां 8 मई को ही बाबर आजम की टीम पेशावर जाल्मी को कराची किंग्स का मुकाबला करना था.