
नई दिल्लीः 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर निशाना साधा। इसके बाद पाकिस्तान ने भी भारत के कई शहरों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला करने की कोशिश की, जिसे भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया। इस बढ़ते सैन्य तनाव का असर अब पाकिस्तान के क्रिकेट जगत पर भी दिखाई देने लगा है।
PSL के बचे मुकाबले दुबई शिफ्ट, PCB को होगा बड़ा नुकसान
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) सीज़न 10 के बचे हुए मुकाबले दुबई में कराने का फैसला लिया है। खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया यह निर्णय PCB और फ्रेंचाइजियों के लिए आर्थिक रूप से भारी नुकसानदायक साबित हो सकता है। दुबई में आयोजन के कारण वेन्यू रेंट, महंगे होटल और हवाई यात्रा जैसी व्यवस्थाओं पर भारी खर्च आएगा।
विदेशी खिलाड़ियों में डर, पाकिस्तान में खेलने पर संदेह
बिगड़ते हालातों के कारण विदेशी खिलाड़ियों में डर का माहौल है। कई खिलाड़ी पाकिस्तान छोड़ने के रास्ते तलाश रहे हैं। इससे न सिर्फ PSL की साख पर असर पड़ेगा, बल्कि भविष्य में पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी की उम्मीदें भी धुंधली हो सकती हैं।
ड्रोन हमले से रावलपिंडी स्टेडियम को बड़ा नुकसान
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के ड्रोन हमले में रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम को भी नुकसान पहुंचा है। ड्रोन गिरने से स्टेडियम का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, जिसके चलते 8 मई को कराची किंग्स और पेशावर जल्मी के बीच होने वाला मैच री-शेड्यूल करना पड़ा। इस स्टेडियम की हाल ही में 400 करोड़ भारतीय रुपये की लागत से मरम्मत कराई गई थी, जो अब व्यर्थ होती दिख रही है।
भारत-पाक क्रिकेट रिश्ते पर पूरी तरह विराम?
भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज पहले से ही बंद है, लेकिन अब बीसीसीआई ने आईसीसी से यह मांग की है कि उन्हें भविष्य में आईसीसी टूर्नामेंटों में पाकिस्तान के साथ एक ही ग्रुप में न रखा जाए। यदि यह मांग स्वीकार होती है, तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को करीब 220 करोड़ रुपये तक का आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।