“क्या आप ये चहती हैं कि ये सुप्रीम कोर्ट खारिज कर दे और महिलाओं को आरक्षण न मिल पाए”…, महिला आरक्षण बिल पर सोनिया गांधी को निशिकांत दुबे का जवाब
नई दिल्ली। लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने जातीय जनगणना और ओबीसी वर्ग की महिलाओं को आरक्षण दिए जाने का मुद्दा उठाया। सोनिया गांधी ने ये कहा कि कांग्रेस बिल का समर्थन करती है लेकिन सरकार बताए कि ये कब तक लागू होगा। हमारी मांग है कि ये बिल फौरन लागू हो।
बीसी को आरक्षण देना था तो निकाय और पंचायत चुनाव में क्यों नहीं दिया – निशिकांत दुबे
झारखंड के गोड्डा से बीजेपी के निशिकांत दुबे ने सोनिया की मांग कहा कि अगर ओबीसी को आरक्षण देना था तो निकाय और पंचायत चुनाव में क्यों नहीं दिया। ये देश संविधान से चलता है। संविधान के आर्टिकल 243 डी और टी में कहीं भी ओबीसी की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि अच्छी बात है कि आपने पंचायत में महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की। आपने तब उसमें ओबीसी के लिए रिजर्वेशन क्यों नहीं दिया?
निशिकांत दुबे ने संविधान के अनुच्छेद 82 का उल्लेख करते हुए कहा कि इसमें साफ है कि जनगणना होगी और उसके बाद 2026 तक परिसीमन होगा। हम कैसे फौरन लागू कर दें। उन्होंने कहा कि क्या आप ये चहती हैं कि ये सुप्रीम कोर्ट खारिज कर दे और महिलाओं को आरक्षण न मिल पाए। निशिकांत ने क्रेडिट वार को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा।
जो गोल मारता है क्रेडिट उसी को जाती है
उन्होंने कहा कि जो जीता वही सिकंदर। यहां पश्चिम बंगाल के लोग बैठे हैं, जो गोल मारता है क्रेडिट उसी को जाती है और यहां प्रधानमंत्रीजी गोल मारने को तैयार बैठे हैं। निशिकांत ने विपक्षी गठबंधन पर भी तंज किया और उसे घमंडिया बताते हुए महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पेश किए जाते समय 2011 में हुई घटना का जिक्र करते हुए भी सोनिया गांधी पर निशाना साधा। निशिकांत ने कहा कि सपा के सांसद यशवीर सिंह ने नारायणसामी के हाथ से लेकर बिल की कॉपी फाड़ दी थी जब वे इसे पेश करने जा रहे थे।