रायपुर। छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर स्मॉर्ट सिटी (Smart city) तो बन गई मगर यहां के वाहन चालक जैसे के तैसे ही रह गए। यही कारण है कि स्मॉर्ट सिटी (Smart city ) की ट्रैफिक पुलिस (Traffic police) ने जनवरी 2020 में 2 हजार 847 वाहन चालकों से 12 लाख 99 हजार 500 रुपये यानी कि करीब 13 लाख रुपये जुर्माना वसूला (Fine charged) है। यह तो महज एक आंकड़ा भर है। प्रदेश में इस हिसाब से कितने का जुर्माना कटता होगा आसानी से समझा जा सकता है।
ट्रैफिक रूल्स तोड़ने में हमेशा आगे
वाहन कार हो या दुपहिया लोगों की शान की सवारी कही जाती है। शान के चक्कर में लोग यातायात नियमों को ठेंगा दिखा रहे हैं। यातायात पुलिस ने जागरुकता अभियान के तहत 15 हजार हेलमेट मुफ्त में बंटवाए थे, मगर वाहन चालक बगैर बिना हेलमेट के वाहन चला रहे हैं। इतना ही नहीं सिग्नल जम्प, तेज रफ्तार, प्रेशर हॉर्न लगाने वाले वाहन चालकों की सख्या भी काफी तेजी से बढ़ रही है।
छत्तीसगढ़ में सड़क हादसा
वर्ष 2019 में सड़क दुर्घटनाओं में 376 लोगों ने राजधानी रायपुर में अपनी जान गवाई थी। यानि कि औसतन प्रति दिन एक मौत। मौत के आकड़ों पर गौर करें तो दोपहिया वाहन चालक और सबसे अधिक सायकल सवार इस दुर्घटना के शिकार हुए हैं। वहीं सड़क दुर्घटनाओं की वजह से हजारों लोग विकलांग भी हुए हैं।
एक नजर जरा इस पर भी डालें:
नए वर्ष के पहले ही महीने में ट्रैफिक पुलिस ने 2 हजार 847 लापरवाह वाहन चालकों के चालान की कार्रवाई की और उनसे 12 लाख 99 हजार 500 रुपय की राशि वसूल की। इसमें सबसे अधिक 977 नो पार्किंग, 489 संकेत उल्लंघन, 319 तीन सवारी के प्रकरण थे। इसी तरह बीते वर्ष 2019 में 90 हजार 970 वाहन चालकों पर जुर्माना की कार्रवाई की गई। इन वाहन चालकों से 3 करोड़ 53 लाख 47 हजार रुपये की वसूली राजधानी रायपुर की पुलिस ने की। इसमें सबसे अधिक 2 लाख 60 हजार नो पार्किंग, 22 हजार 309 तीन सवारी, 13 हजार 983 संकेत उल्लंघन ,4017 प्रदुषण, 642 शराब सेवन कर वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई की गई।