सुशासन तिहार बना जनसमस्याओं के समाधान का सशक्त माध्यम, 6351 मामलों का हुआ त्वरित निपटारा

छत्तीसगढ़ सरकार की पहल पर आयोजित सुशासन तिहार आम जनता की समस्याओं के समाधान का एक प्रभावी और भरोसेमंद मंच बनकर उभरा है। इसी क्रम में लूण्ड्रा विकासखंड के लमगांव में आयोजित समाधान शिविर ने जनसमाधान के मूल सिद्धांतों को साकार करते हुए बड़ी संख्या में लोगों को राहत पहुंचाई।
इस समाधान शिविर में विभिन्न विभागों से जुड़ी कुल 6359 शिकायतें और मांगें प्राप्त हुईं, जिनमें से 6351 मामलों का त्वरित निराकरण किया गया। शेष 8 प्रकरणों में नियमानुसार प्रक्रिया जारी है। शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया और इसका भरपूर लाभ उठाया।
प्रमुख समस्याओं का हुआ समाधान
शिविर में राजस्व, पंचायत, ग्रामीण विकास, वन, स्वास्थ्य, विद्युत, कृषि, शिक्षा जैसे विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
राशन कार्ड, पेंशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, जाति प्रमाण पत्र, बिजली बिल, चिकित्सा सुविधा और भूमि विवाद जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान देते हुए त्वरित कार्यवाही की गई।
इन ग्राम पंचायतों को किया गया शामिल
शिविर में लालमाटी, सुमेरपुर, रघुनाथपुर, पुरकेला, ऊचडीह, गंगापुर, लमगांव, जरहाडीह, असकला, सिलसिला, कोट, झेराडीह, बरगीडीह, खाराकोना, तुरियाबीरा और बटवाही ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया था। इनमें से 6280 मांग और 79 शिकायतें प्राप्त हुईं।
ग्रामीणों में खुशी की लहर, मुख्यमंत्री को जताया आभार
समाधान शिविर में मिले त्वरित न्याय और सेवाओं से ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई। लोगों ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताते हुए कहा कि यह पहल जनता और सरकार के बीच विश्वास की मजबूत कड़ी बन रही है।
सुशासन तिहार के माध्यम से शासन की संवेदनशीलता, पारदर्शिता और जवाबदेही को एक नया आयाम मिला है। यह आयोजन शासन को जनता के द्वार तक ले जाने की सफल कोशिश साबित हो रही है, जिसे ग्रामीणों से भरपूर समर्थन और सराहना मिल रही है।