
रायपुर। विधानसभा के आठवें दिन गुरूवार को भाजपा विधायक भावना बोहरा ने शक्कर कारखाने पर आर्थिक संकट का मामला उठाया। कहा कि पंडरिया विधानसभा में स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाने में आर्थिक संकट की स्थिति है और कारखाना बंद होने के कगार पर है। विधायक ने कहा, क्षेत्र में शक्कर कारखाने की स्थापना से रोजगार के अवसर बढ़े है, 8 हजार किसान गन्ना बेचते है। लेकिन किसानों को2023-24 के गन्ने का भुगतान नहीं किया गया है। न ही समर्थन मूल्य का भुगतान हो रहा है और न ही बोनस का।
शुगर फैक्टरी 81 करोड़ का लोन, इसके लिए ब्याज समेत 121 करोड़ पटाया जा चुका है। विधायक ने मांग की इसमें ब्याज की दर को घटाया जाए साथ ही गन्ना पेराई की दर 350 रुपए दिया जा रहा है, जबकि प्राइवेट कंपनी द्वारा 450 रुपए दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शुगर फैक्टरी को सहकारिता विभाग से कम दर पर अतिरिक्त ऋण दिया जाए ताकि आर्थिक संकट दूर हो. इस पर सहकारिता केदार कश्यप ने कहा कि सरकार इसे लेकर गंभीर है और आर्थिक संकट दूर करने के लिए विशेषज्ञों की सलाह ली जाएगी और उचित कार्यवाही की जाएगी।
मंत्री ने कहा, जल्द ही किसानों की भुगतान की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही कमेटी बनाकर व्यवस्था को दूरूस्थ किया जाएगा। वहीं विधायक अजय चंद्राकर ने इस मामले में समय अवधि निर्धारण करने की मांग की।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इस मामले में निर्देश दिया हाई पावर कमेटी भेजकर तत्काल व्यवस्था की जाए।
नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि आपके क्षेत्र में आपके सपनों को साकार करने बना हैण् एशिया के सबसे बेस्ट कारखाने में से एक हैण् सहकारिता एक बेहतर दुनिया की निर्माण कर सकती हैण् इस कारखाने को कुप्रबंधन से बचाते हुए इसे नहीं बेचने का आश्वासन दीजिएण् मंत्री ने कहा कि 2006 में यह कारखाना बना था। कुछ कुप्रबंधन की वजह से यह स्थिति बनी है। इसे बेहतर करने का काम करेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने समयबद्ध पेमेंट कराने के निर्देश दिए साथ ही इस मामले की सभी बिंइुओं पर जांच करने को कहा।