
प्रयागराज- अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की अंतिम यात्रा शुरू हो चुकी है. शव यात्रा पानी की टंकी तिराहा, अलोपी मंदिर तिराहा, गाय बछड़ा तिराहा, जीटी जवाहर, तिनकोनियां फोर्ट, किला संगम चौकी के बाद लेटे हुए हनुमान मंदिर तक ले जाई जाएगी. बाघंमरी मठ के भीतर समाधि स्थल को फूलों से सजाया गया है। उसके बाद संगम में गंगा में स्नान कराने के बाद बाघंबरी मठ में ही महंत को भू-समाधि दी जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार महंत नरेंद्र गिरि की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नरेंद्र गिरि की मौत की वजह फांसी लगने से बताई जा रही है. विसरा रिपोर्ट को सुरक्षित रख लिया गया है. इससे पहले उनके पार्थिव शरीर का रानी नेहरू हॉस्पिटल में 5 डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सीएम को बंद लिफाफे में भेजी जाएगी।
आपको बता दें की महंत के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ को देखते हुए प्रयागराज में आज कक्षा 1 से 12 तक के सभी शिक्षा बोर्डों के विद्यालय एवं समस्त कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे.
महंत नरेन्द्र गिरि की मौत की गुत्थी अब भी उलझी हुई है। लेटे हनुमान मंदिर के व्यवस्थापक अमर गिरि पवन महाराज की ओर से स्वामी आनंद गिरि के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मामले में स्वामी आनंद गिरि समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जांच 18 सदस्यीय SIT को सौंपी गई है।
नीबू के पेड़ के नीचे समाधि बनाने की जाहिर की थी इच्छा
महंत नरेंद्र गिरि की अंतिम इच्छा थी कि उनकी समाधि बाघंबरी मठ में नीबू के पेड़ के पास दी जाए। यह बात उन्होंने अपने सुसाइड नोट में भी लिखी है। महंत नरेंद्र का 20 सितंबर को मठ के कमरे में फंदे से शव लटका मिला था। शव के पास ही कई पेज का वसीयतनुमा सुसाइड नोट मिला था
डिप्टी सीएम, केंद्रीय मंत्री होंगे शामिल…
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति और निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद महंत नरेंद्र गिरि की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए प्रयागराज पहुंचे है.