
कोरोना वायरस के बढ़ते मामले एक बार फिर से दुनिया भर में चिंता का कारण बन रहे हैं। भारत और थाईलैंड समेत कई देशों में कोविड-19 के नए मामलों में तेज़ी देखी जा रही है। भारत में जहां JN.1 वैरिएंट के केस बढ़ रहे हैं, वहीं थाईलैंड में ओमिक्रॉन XEC वैरिएंट के चलते सिर्फ एक हफ्ते में 50 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।
भारत में JN.1 वैरिएंट के बढ़ते केस, अस्पतालों को अलर्ट
भारत में गुजरात, महाराष्ट्र, केरल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में फिर से इजाफा देखने को मिल रहा है। गुजरात में 50 नए केस, महाराष्ट्र में 45 केस और दिल्ली में 23 एक्टिव केस रिपोर्ट हुए हैं। गुजरात के अहमदाबाद में ही 17 नए केस सामने आए हैं और 5 मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
JN.1 वैरिएंट के लक्षणों में सर्दी, खांसी, बुखार और सिरदर्द शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों को सतर्क रहने और जरूरी तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं।
थाईलैंड में XEC वैरिएंट से बिगड़े हालात
थाईलैंड में 11 से 17 मई के बीच 49,065 केस, और 18 मई से अब तक 12,524 नए केस दर्ज किए गए हैं। ओमिक्रॉन XEC सबवैरिएंट को संक्रमण की तेज रफ्तार के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है, जो मौसमी फ्लू की तुलना में 7 गुना तेजी से फैलता है।
थाईलैंड सरकार के मुताबिक, यह लहर 2 से 3 महीनों तक चल सकती है, हालांकि वैक्सीनेशन और एंटी-वायरल ट्रीटमेंट की वजह से मौतें बहुत कम (लगभग 0.02%) हो रही हैं।
चीन, हांगकांग और सिंगापुर में भी बढ़ रहे हैं केस
चीन, हांगकांग और सिंगापुर में भी कोरोना के मामलों में उछाल देखा जा रहा है। यह संकेत है कि महामारी फिर से वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव दिखा सकती है।
सरकारों की अपील: सतर्क रहें, सावधानी बरतें
भारत सरकार और राज्य स्वास्थ्य विभागों ने नागरिकों से अपील की है कि वे भीड़भाड़ से बचें, मास्क पहनें, और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं। थाईलैंड में भी बुज़ुर्ग, गर्भवती महिलाएं, और छोटे बच्चे जैसे कमजोर वर्गों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। सतर्कता और जिम्मेदारी से ही इस लहर को समय रहते नियंत्रित किया जा सकता है।