
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में दो अलग-अलग दर्दनाक हादसों में चार लोगों की जान चली गई। दोनों ही घटनाएं कुंए में जहरीली गैस के कारण दम घुटने से हुईं, जब लोग जानवरों को निकालने के प्रयास में खुद मौत के शिकार हो गए।
पहली घटना: बेलगहना में मुर्गा निकालने उतरे दो भाइयों की मौत
कोटा थाना क्षेत्र के बेलगहना चौकी अंतर्गत ग्राम करहीकछार में शुक्रवार शाम एक किसान दिनेश पटेल (35) का मुर्गा बाड़ी में बने कुंए में गिर गया। मुर्गे को बचाने के लिए दिनेश कुंए में उतरे, लेकिन अंदर जाते ही वह बेसुध हो गए। यह देख उनका छोटा भाई दिलीप पटेल (30) भी तुरंत उन्हें बचाने कुंए में कूद गया।
कुंए में जहरीली गैस होने के कारण दोनों भाइयों की दम घुटने से मौके पर ही मौत हो गई। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। बेलगहना पुलिस मौके पर पहुंची और एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। देर रात रेस्क्यू टीम ने दोनों शवों को कुंए से बाहर निकाला। शनिवार को शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
दूसरी घटना: मेंढक निकालने उतरे पिता-पुत्र की गई जान
दूसरी घटना सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम उनी की है, जहां शुक्रवार को 15 वर्षीय बालक अंशु अपने घर के आंगन में बने कुंए से बदबू आने पर उसमें झांकने गया। अंदर एक मरा हुआ मेंढक देखकर वह उसे निकालने कुंए में उतर गया और जहरीली गैस के चलते बेसुध हो गया।
बेटे को बेहोश होता देख उसके पिता कैलाश दास गोस्वामी भी उसे बचाने कुंए में उतर गए, लेकिन दोनों की जहरीली गैस के कारण मौत हो गई। जब काफी देर तक दोनों बाहर नहीं आए, तो परिजनों ने झांककर देखा और पुलिस को सूचना दी।
बार-बार दोहराए जा रहे हादसे, जागरूकता की सख्त जरूरत
छत्तीसगढ़ में कुंओं में जहरीली गैस से होने वाले हादसे लगातार सामने आ रहे हैं। जानवरों को बचाने के प्रयास में कीमती मानव जीवन दांव पर लग रहा है। विशेषज्ञों और प्रशासन का कहना है कि ऐसी स्थिति में बिना सुरक्षा उपकरण के कुंए में उतरना जानलेवा हो सकता है।
स्थानीय प्रशासन और नागरिक सुरक्षा विभाग ने लोगों से अपील की है कि किसी भी दुर्घटना या संदिग्ध स्थिति में पहले सुरक्षा बलों और विशेषज्ञों को बुलाएं