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बड़ा फैसला: कॉमनवेल्थ गेम्स में क्रिकेट शामिल, निशानेबाजी बाहर

बर्मिंघम। क्रिकेट के दीवानों के लिए अच्छी खबर है।महिला क्रिकेट को कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल कर लिया गया है। 2022 के बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में टी-20 मैच खेले जाएंगे। कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन (CGF) ने गुरुवार को अपनी कार्यकारी बोर्ड की बैठक में यह फैसला किया। एक और अहम फैसले में कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में निशानेबाजी शामिल नहीं होगी। यह भारत के लिए झटका लगा है। बैठक में महिला क्रिकेट के साथ ही बीच वॉलीबॉल और पैरा टेबल टेनिस को भी बर्मिंघम 2022 गेम्स में शामिल करने की मंजूरी दी।

किसी भी खेल को कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल करने के लिए सीजीएफ के 51 प्रतिशत सदस्यों की मंजूरी मिलना जरूरी है। बर्मिंघम गेम्स 2022 के सीईओ इयान रीड ने कहा, “हमने काफी समीक्षा के बाद महिला क्रिकेट, बीच वॉलीबॉल और पैरा टेबल टेनिस को शामिल करने का सुझाव दिया।”

अभी तक सिर्फ एक बार 1998 कॉमनवेल्थ गेम्स में क्रिकेट को शामिल किया गया था, जिसमें दक्षिण अफ्रीका शीर्ष पर रहा था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला क्रिकेट को शामिल करने के फैसले का स्वागत किया है।

ICC ने कहा, “CGF सदस्यों द्वारा अभी इस पर मंजूरी दी जानी बाकी है। इसे फैसले के लिए ECB और ICC के प्रयास शामिल हैं, जिन्होंने महिला क्रिकेट को कॉमनवेल्थ गेम्स कार्यक्रम का हिस्सा बनाने के लिए काफी मेहनत की।” ICC के मुख्य कार्यकारी मनु साहनी ने कहा, “हम महिला क्रिकेट को बर्मिंघम गेम्स 2022 में शामिल करने की पेशकश का स्वागत करते हैं। मैं CGF और बर्मिंघम 2022 में नामांकन के लिए सभी को धन्यवाद देता हूं।”

निशानेबाजी को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में शामिल नहीं

वहीं, दूसरी ओर निशानेबाजी को कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में शामिल नहीं करने से भारत की पदकों की उम्मीदों को झटका लगा है। निशानेबाजी में भारत हमेशा ही अच्छा प्रदर्शन करता है और यह उन खेलों में शामिल है जिसमें भारत सबसे ज्यादा पदक जीतता है। गोल्ड कोस्ट में 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने निशानेबाजी में सात स्वर्ण समेत कुल 16 पदक जीते थे। पिछले साल भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कहा था कि निशानेबाजी को हटाए जाने पर भारत को 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स का बहिष्कार करना चाहिए।

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