
छत्तीसगढ़ में आज कुछ इलाकों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने बस्तर संभाग के 5 जिलों के लिए येलो और 4 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में तेज़ अंधड़ चलने और बिजली गिरने की आशंका भी जताई गई है।
रायपुर में झमाझम बारिश, लेकिन मानसूनी नहीं
मंगलवार शाम रायपुर में लंबे समय बाद तेज बारिश हुई। करीब आधे घंटे की बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया। विधानसभा क्षेत्र में बिजली गुल होने से ब्लैकआउट की स्थिति बन गई। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि यह मानसूनी बारिश नहीं थी, बल्कि लोकल वेदर सिस्टम के कारण हुई है।
मानसून की रफ्तार धीमी, बस्तर पार करने में अभी 2–3 दिन और
मौसम विभाग के अनुसार मानसून अब भी बस्तर के आसपास ही रुका हुआ है और राज्य के बाकी हिस्सों में पहुंचने में दो से तीन दिन और लग सकते हैं।
आधे से ज्यादा जिले अब भी सूखे
जून के शुरुआती 11 दिनों में छत्तीसगढ़ के 33 में से 27 जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। यानी करीब 82% जिलों में बारिश की कमी बनी हुई है। पूरे प्रदेश में औसतन 51% कम वर्षा हुई है, जो चिंता का विषय है। यदि स्थिति नहीं सुधरी, तो खरीफ फसलों पर असर पड़ सकता है।
तापमान में आएगी गिरावट
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आज से अगले चार दिनों तक प्रदेश के अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। सोमवार को राजनांदगांव राज्य का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान 39.5°C रहा, जबकि दुर्ग में न्यूनतम तापमान 24.2°C दर्ज किया गया।