सूरजपुर। जिले में पशुपालन करने वाले किसान लंबे अरसे से पशु चिकित्सकों के अभाव से जूझ रहे है। दरअसल, जिले में पशु पालन करने वाले किसानों को पशुओं के इलाज के लिए भटकना पड़ता है। जहां जिले के ग्रामीण इलाकों में एक सहायक पशु क्षेत्राधिकारी चिकित्सक के भरोसे तीन से चार पशु चिकित्सालय का जिम्मा है। ऐसे में 50 से ज्यादा पंचायतों के किसानों तक पहुँचाना इन चिकित्सकों के लिए भी चुनौती है। जहां जिले में 79 सहायक पशु क्षेत्राधिकारी चिकित्सकों के पद है लेकिन महज 29 चिकित्सकों के भरोसे जिले भर के किसानों का जिम्मा है।
वहीं जिले के पशु विभाग के सहायक संचालक का कहना है की पदों की नियुक्ति शासन स्तर का मामला है जिसके लिए प्रयास किया जा रहा है। किसान भी शासन से पशु चिकित्सकों के भर्ती की मांग करते नजर आ रहे हैं।