नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कृषि कानूनों के मसले पर किसानों और सरकार के बीच गतिरोध खत्म करने और बातचीत के जरिए हल निकालने की पहल जरूर की है, लेकिन गतिरोध थमता नजर नहीं आ रहा है। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन बुधवार को 49वें दिन भी जारी रहा। किसान संगठनों ने अपनी अगली रणनीति के मसले पर बैठक की। बैठक के बीच किसानों ने लोहड़ी के मौके पर नए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई। संकेत साफ हैं कि किसान आने वाले दिनों में आंदोलन को और तेज करेंगे। वहीं इस मसले पर सियासत भी जारी है।
किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि हमने तीन कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर सरकार को संदेश दिया है कि इसी तरह ये बिल एक दिन हमारे गुस्से की भेंट चढेंगे और सरकार को कानून वापस लेने पड़ेंगे। 18 तारीख को महिलाएं पूरे देश में बाजारों में, एसडीएम दफ्तरों, जिला मुख्यालयों में विरोध प्रदर्शन करेंगी।
इस बीच केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि सरकार किसान संगठनों के साथ लगातार बातचीत के पक्ष में है, क्योंकि उसका मानना है कि मसले का हल बातचीत से ही निकलेगा।